शरीर में कैसे बनता है 'खून', जानकर चौक जाएंगे!

साइंस डेस्क: हमारे शरीर में खून (रक्त) का बनना एक जटिल और अद्भुत प्रक्रिया है, जिसे समझना वास्तव में दिलचस्प है। खून हमारे शरीर के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह हमारे शरीर के हर हिस्से तक ऑक्सीजन, पोषक तत्व और हार्मोन पहुँचाता है। खून की कमी, या एनीमिया, हमारे शरीर के लिए बहुत खतरनाक हो सकती है। तो आइए जानते हैं, शरीर में खून कैसे बनता है और यह प्रक्रिया कितनी दिलचस्प है।

1. हड्डियों के अस्थि मज्जा (Bone Marrow) में खून बनता है

हमारे शरीर में खून का निर्माण हड्डियों के अंदर स्थित अस्थि मज्जा (Bone Marrow) में होता है। यह अस्थि मज्जा शरीर की लंबी हड्डियों जैसे कि जांघ और कूल्हे की हड्डियों में पाया जाता है। यहां पर खास प्रकार की रक्त कोशिकाएँ, जिन्हें "हेमाटोपोएटिक स्टेम सेल्स" कहा जाता है, उत्पन्न होती हैं।

2. रक्त कोशिकाओं का निर्माण

अस्थि मज्जा में स्थित हेमाटोपोएटिक स्टेम सेल्स से तीन प्रकार की मुख्य रक्त कोशिकाएँ बनती हैं:

=>लाल रक्त कोशिकाएँ (Red Blood Cells): ये कोशिकाएँ ऑक्सीजन को हमारे शरीर के विभिन्न हिस्सों तक पहुँचाती हैं। ये जीवनदायिनी होती हैं, क्योंकि बिना इनके शरीर में ऑक्सीजन की आपूर्ति नहीं हो सकती।

=>श्वेत रक्त कोशिकाएँ (White Blood Cells): ये कोशिकाएँ शरीर को संक्रमण और बीमारियों से बचाने के लिए जिम्मेदार होती हैं। ये हमारी रोग प्रतिरोधक क्षमता (Immune System) का हिस्सा होती हैं।

=>प्लेटलेट्स (Platelets): ये रक्त के थक्के बनाने में मदद करती हैं, जिससे हमारे शरीर में खून बहने पर उसकी गति रुक जाती है और घाव जल्दी भरता है।

3. रक्त कोशिकाओं का निर्माण कैसे होता है?

जब अस्थि मज्जा में हेमाटोपोएटिक स्टेम सेल्स विभाजित होती हैं, तो ये कोशिकाएँ अधिक विशिष्ट प्रकार की कोशिकाओं में बदल जाती हैं। उदाहरण के लिए, कुछ कोशिकाएँ लाल रक्त कोशिकाओं में बदल जाती हैं, जबकि अन्य श्वेत रक्त कोशिकाओं और प्लेटलेट्स में बदल जाती हैं। इन कोशिकाओं को बनने के लिए कुछ विशेष हार्मोन और प्रोटीन की आवश्यकता होती है, जैसे: एरिथ्रोपॉयटिन (Erythropoietin): यह हार्मोन मुख्य रूप से गुर्दे (Kidneys) द्वारा उत्पन्न होता है और यह लाल रक्त कोशिकाओं के निर्माण को उत्तेजित करता है। कोलेनी स्टेम सेल फैक्टर (Colony-Stimulating Factors): यह श्वेत रक्त कोशिकाओं के निर्माण को बढ़ावा देता है।

4. रक्त कोशिकाओं का रक्त प्रवाह में प्रवेश

जिन कोशिकाओं का निर्माण अस्थि मज्जा में होता है, वे रक्त प्रवाह में प्रवेश करने के बाद शरीर के विभिन्न हिस्सों में जाती हैं। लाल रक्त कोशिकाएँ ऑक्सीजन को श्वसन अंगों से शरीर के विभिन्न हिस्सों तक पहुँचाती हैं, जबकि श्वेत रक्त कोशिकाएँ संक्रमण से लड़ने के लिए सक्रिय रहती हैं।

5. रक्त का जीवनकाल

रक्त कोशिकाओं का जीवनकाल सीमित होता है। लाल रक्त कोशिकाएँ आमतौर पर 120 दिन तक रहती हैं, उसके बाद वे टूटकर शरीर से बाहर निकल जाती हैं। श्वेत रक्त कोशिकाएँ कुछ दिनों से लेकर कई हफ्तों तक जीवित रहती हैं। प्लेटलेट्स का जीवनकाल लगभग 7-10 दिन होता है। पुराने रक्त कोशिकाएँ लिवर और प्लीहा द्वारा नष्ट कर दी जाती हैं।

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