भारत का गोल्ड रिजर्व बढ़ा:
हाल ही में भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने घोषणा की कि 28 मार्च 2025 को समाप्त सप्ताह के दौरान भारत के गोल्ड रिजर्व में $519 मिलियन की वृद्धि हुई है। अब भारत का सोने का भंडार कुल $77.793 बिलियन तक पहुंच चुका है। यह वृद्धि देश की आर्थिक स्थिरता और सोने की बढ़ती मांग को दर्शाती है। भारत में सोने की खपत पारंपरिक रूप से बहुत अधिक है, और यही कारण है कि यहां के लोग सोने को एक सुरक्षित निवेश मानते हैं।
दुनिया के शीर्ष 10 देशों के गोल्ड रिजर्व:
वर्तमान में, संयुक्त राज्य अमेरिका दुनिया का सबसे बड़ा गोल्ड रिजर्व रखने वाला देश है, इसके बाद जर्मनी, इटली, फ्रांस, रूस, चीन और अन्य प्रमुख देश आते हैं। सोने का भंडार उन देशों के वित्तीय समृद्धि और विश्व के आर्थिक खेल में उनकी भूमिका को दर्शाता है। आइए देखें दुनिया के उन शीर्ष 10 देशों की सूची जिनके पास सबसे अधिक सोने का भंडार है:
1 .संयुक्त राज्य अमेरिका (USA) - 8,133.46 टन
1 .जर्मनी - 3,351.53 टन
2 .इटली - 2,451.84 टन
3 .फ्रांस - 2,436.97 टन
5 .रूस - 2,332.74 टन
6 .चीन - 2,191.53 टन
7 .स्विट्जरलैंड - 1,040.00 टन
8 .जापान - 845.97 टन
9 .भारत - 800.78 टन
10 .नीदरलैंड - 612.4 टन
भारत का स्थान और महत्व:
भारत का गोल्ड रिजर्व 800.78 टन है, जो कि दुनिया के शीर्ष 10 देशों में नौवें स्थान पर आता है। यह आंकड़ा भारत की बढ़ती आर्थिक शक्ति और सोने की वैश्विक मांग को प्रमाणित करता है। भारत में सोने का प्रयोग पारंपरिक रूप से अधिक होता है, खासकर शादी, त्यौहारों और अन्य धार्मिक अनुष्ठानों में। इसके अलावा, भारत में सोने को एक सुरक्षित निवेश के रूप में भी देखा जाता है, और यह देश की वित्तीय स्थिति को मजबूत करता है।
भारत का गोल्ड रिजर्व बढ़ाने के पीछे कारण:
भारत के गोल्ड रिजर्व में वृद्धि का मुख्य कारण वैश्विक आर्थिक स्थितियां और सोने की मांग है। सोना एक सुरक्षित निवेश के रूप में माना जाता है, और जब बाजार में अनिश्चितता होती है, तो लोग सोने में निवेश करना पसंद करते हैं। इसके अतिरिक्त, भारत सरकार और रिजर्व बैंक द्वारा सोने का भंडारण बढ़ाना देश की वित्तीय स्थिरता को सुनिश्चित करने का एक तरीका है।
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