खबर के अनुसार अमेरिका 2030 तक अपने पहले छठी पीढ़ी के लड़ाकू विमानों को मैदान में उतार सकता हैं। इसको लेकर तैयारी की जा रही हैं। अमेरिकी कंपनी बोइंग, लॉकहीड मार्टिन और नॉर्थ्रॉप ग्रुम्मन सभी ने छठी पीढ़ी के विमान विकास परियोजनाओं की घोषणा की है।
वहीं, अमेरिका को सीधी चुनौती देने के लिए चीन ने जनवरी 2019 में छठी पीढ़ी के विमानों पर पूर्व-शोध शुरू कर दिया है और ऐसी संभावना हैं की चीन का ये कार्यक्रम 2035 तक पूरा हो जाएगा। अमेरिका के बाद चीन दूसरा ऐसा देश होगा, जिसके पास छठी पीढ़ी के लड़ाकू विमान होंगे।
इसके अलावे रूस ने भी छठी पीढ़ी के लड़ाकू विमान निर्माण करने की घोषणा की हैं। इस विमान का नाम मिग-41 रखा गया है। यह विमान इलेक्ट्रोमैग्नेटिक कैनन जैसे अडवांस तकनीकों से लैस होगा और ये अंतरिक्ष के नजदीक उड़ान भरने में सक्षम होगा।
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