सैन्य क्षमता:
इजरायल: इजराइल अत्याधुनिक तकनीक और हथियार प्रणाली से लैस है, जिसमें F-35 लड़ाकू विमान, डोम आयरन मिसाइल रक्षा प्रणाली और उन्नत ड्रोन शामिल हैं।
ईरान: बड़ी संख्या में सैनिक और प्रॉक्सी समूहों के जरिए क्षेत्र में प्रभाव बढ़ाने की क्षमता रखता है, लेकिन उसकी तकनीकी क्षमताएँ इजरायल के मुकाबले कम हैं।
आर्थिक संसाधन:
इजरायल: इजराइल एक मजबूत और विविध अर्थव्यवस्था है, जो उच्च तकनीकी क्षेत्र में अग्रणी है।
ईरान: प्राकृतिक संसाधनों, खासकर तेल और गैस के लिए जाना जाता है, लेकिन आर्थिक प्रतिबंधों के कारण इसकी अर्थव्यवस्था कमजोर है।
न्यूक्लियर कार्यक्रम:
इजरायल: इजराइल एक न्यूक्लियर देश है और इसके पास करीब 90 परमाणु बम हैं। हालांकि यह आधिकारिक रूप से स्वीकार नहीं करता।
ईरान: न्यूक्लियर कार्यक्रम के कारण अंतरराष्ट्रीय विवादों का सामना कर रहा है, लेकिन इसे हथियार विकसित करने का संदेह है।
अंतरराष्ट्रीय संबंध:
इजरायल: इजराइल का अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस, जर्मनी समेत अन्य पश्चमी देशों के साथ मजबूत संबंध हैं और कई अन्य देशों के साथ सामान्यीकरण प्रक्रिया में है।
ईरान: ईरान का लंबे समय से पश्चिमी देशों के साथ तनावपूर्ण संबंध हैं, लेकिन रूस और चीन के साथ निकटता बढ़ा रहा है।
घातक हथियार:
इजराइल : इजराइल के पास F-35 Lightning II स्टेल्थ फाइटर जेट, एक-16 लड़ाकू विमान, Iron Dome, David's Sling, Jericho Missiles बैलिस्टिक मिसाइल मौजूद हैं।
ईरान : ईरान के पास Shahab-3 Missiles, Khoramshahr Missiles, Fajr-3 and Fajr-5 Rockets, Unmanned Aerial Vehicles (UAVs), C-RAM (Counter Rocket, Artillery, Mortar) समेत कई हथियार हैं।
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