भारत के तेजस फाइटर जेट के 3 वेरिएंट खतरनाक

नई दिल्ली: तेजस (Tejas), भारतीय वायु सेना का एक हल्का लड़ाकू विमान (LCA) है, जो भारतीय रक्षा प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है। यह विमान खासतौर पर भारतीय वायु सेना (IAF) और भारतीय नौसेना (IN) की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए विकसित किया गया है। तेजस का विकास भारतीय एयरोनॉटिकल डेवलपमेंट एजेंसी (ADA) और हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) के संयुक्त प्रयासों से हुआ है।

तेजस के तीन प्रमुख वेरिएंट्स

बता दें की तेजस लड़ाकू विमान के तीन मुख्य वेरिएंट्स हैं: तेजस MK1, तेजस MK1A, और तेजस MK2। इन तीनों वेरिएंट्स में विभिन्न प्रकार की विशेषताएँ और सुधार किए गए हैं, जो उन्हें विभिन्न प्रकार के ऑपरेशनल कार्यों के लिए उपयुक्त बनाते हैं।

1. तेजस MK1

तेजस MK1 को भारतीय वायु सेना के लिए पहला ऑपरेशनल वेरिएंट माना जाता है। इसे मुख्य रूप से हल्के लड़ाकू विमानों की श्रेणी में रखा जाता है, जो उच्च गति, सुपरसोनिक क्षमता और सटीकता में उत्कृष्ट हैं। तेजस MK1 का मुख्य उद्देश्य भारतीय वायु सेना के पुराने मिग-21 विमानों की जगह लेना था। यह विमान एक सिंगल-इंजन, डेल्टा विंग डिजाइन के साथ आता है, जिससे इसकी उड़ान में स्थिरता और लचीलापन मिलता है। इसकी स्पीड  Mach 2 (2,470 km/h) हैं।

2. तेजस MK1A

तेजस MK1A, MK1 का उन्नत वेरिएंट है, जिसमें कई महत्वपूर्ण सुधार किए गए हैं। यह वेरिएंट भारतीय वायु सेना की वर्तमान जरूरतों को पूरा करने के लिए डिज़ाइन किया गया है और इसमें और भी बेहतर एवियोनिक्स (Avionics), सेंसर, और हथियार प्रणाली शामिल की गई हैं। तेजस MK1A के मुकाबले इसमें बेहतर रडार सिस्टम, इलेक्ट्रॉनिक युद्ध क्षमता (EW), और एक बेहतर मिशन कंप्यूटर है। इसके अलावा, MK1A में स्वदेशी तकनीक से निर्मित "AESA रडार" (Active Electronically Scanned Array Radar) और "D-29 इंजन" जैसे उन्नत उपकरण हैं। इसकी स्पीड Mach 2 (2,470 km/h) हैं।

3. तेजस MK2

तेजस MK2, तेजस के वेरिएंट्स में सबसे उन्नत और शक्तिशाली है, जिसे भारतीय वायु सेना के भविष्य के लिए तैयार किया जा रहा है। इस वेरिएंट को HAL द्वारा डिजाइन किया जा रहा है और यह MK1 और MK1A से कहीं अधिक शक्तिशाली होगा। MK2 वेरिएंट में एक नई इंजन क्षमता, बेहतर एयरोडायनेमिक डिजाइन, और उच्च भार उठाने की क्षमता होगी। इसके अलावा, इसमें अधिक शक्तिशाली रडार, बेहतर इंटेलिजेंस और निगरानी उपकरण, और लंबी दूरी की मिसाइलों का उपयोग किया जा सकेगा। इसमें GE F414 इंजन (MK2 के लिए उन्नत) और स्पीड Mach 2.5 (2,600 km/h) हैं।

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