भारत को सुपरपावर बनाती है ये 9 परमाणु मिसाइलें:
1. पृथ्वी मिसाइल
पृथ्वी मिसाइल भारत का पहला सतह से सतह पर मार करने वाला प्रक्षेपास्त्र था। इसे DRDO (Defence Research and Development Organisation) ने विकसित किया था और यह 150 किमी तक के लक्ष्य को नष्ट करने में सक्षम है। यह मिसाइल विभिन्न प्रकार के वॉरहेड्स के साथ सुसज्जित हो सकती है, जिसमें परमाणु वॉरहेड्स भी शामिल हैं। पृथ्वी-1, पृथ्वी-2, और पृथ्वी-3 इसके उन्नत संस्करण हैं। यह भारत की सैन्य क्षमता में एक महत्वपूर्ण कड़ी बन चुकी है।
2. ब्रह्मोस प्रक्षेपास्त्र
ब्रह्मोस मिसाइल एक सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल है, जिसे भारत और रूस के संयुक्त प्रयास से विकसित किया गया है। यह समुद्र, हवा, और भूमि से लॉन्च की जा सकती है और इसके मार्ग में कोई भी रुकावट नहीं होती। ब्रह्मोस की गति लगभग 2.8 मच (समुद्र की गति से लगभग 2.8 गुना अधिक) होती है, जिससे यह दुश्मन के राडार से बचने में सक्षम है। इसकी मारक क्षमता लगभग 300 किमी है और यह परमाणु वॉरहेड ले जाने में सक्षम है।
3. निर्भय मिसाइल
निर्भय मिसाइल एक क्रूज मिसाइल है, जिसे भारत ने पूरी तरह से स्वदेशी रूप से विकसित किया है। इसकी रेंज लगभग 1,000 किमी तक है और यह कम ऊंचाई से उड़ान भरने में सक्षम है, जिससे यह राडार से बचने की क्षमता रखती है। यह मिसाइल जमीन, समुद्र और वायु से भी लॉन्च की जा सकती है और परमाणु वॉरहेड्स के साथ फिट की जा सकती है।
4. अग्नि मिसाइल
अग्नि मिसाइलों की श्रृंखला भारत की प्रमुख बैलिस्टिक मिसाइलों में से एक है। इसकी रेंज 700 किमी से लेकर 5,000 किमी तक हो सकती है, जो इसे लंबी दूरी तक परमाणु हमला करने की क्षमता देती है। अग्नि-1, अग्नि-2, अग्नि-3, अग्नि-4 और अग्नि-5 इसके प्रमुख संस्करण हैं। अग्नि-5 एक इंटरकॉन्टिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल (ICBM) है, जिसकी रेंज 5,000 किमी से अधिक है, और इसे कई प्रकार के वॉरहेड्स के साथ सुसज्जित किया जा सकता है।
5. शौर्य मिसाइल
शौर्य मिसाइल एक पारंपरिक और परमाणु दोनों प्रकार के वॉरहेड्स के साथ लॉन्च की जा सकती है। यह सतह से सतह तक मार करने वाली मिसाइल है, जो एक रणनीतिक प्रक्षेपास्त्र के रूप में इस्तेमाल होती है। इसकी रेंज लगभग 700 किमी है और यह मिसाइल भूमि, समुद्र या किसी अन्य स्थल से भी लॉन्च की जा सकती है।
6. धनुष मिसाइल
धनुष मिसाइल एक समुद्र से जमीन पर मार करने वाली प्रक्षेपास्त्र प्रणाली है। यह प्रक्षेपास्त्र भारतीय नौसेना द्वारा इस्तेमाल किया जाता है और इसका प्रमुख उद्देश्य समुद्र से लक्ष्यों को नष्ट करना है। धनुष मिसाइल की रेंज लगभग 350 किमी तक होती है और यह परमाणु वॉरहेड से लैस हो सकती है।
7. के-4 मिसाइल
के-4 मिसाइल एक डीजल-इलेक्ट्रिक पनडुब्बी से लॉन्च की जाने वाली बैलिस्टिक मिसाइल है। यह मिसाइल भारतीय नौसेना के लिए एक महत्वपूर्ण हथियार है और इसकी रेंज लगभग 3,500 किमी है। यह मिसाइल परमाणु वॉरहेड ले जाने में सक्षम है और पनडुब्बियों से लॉन्च होकर दुश्मन के तटों पर हमला करने की क्षमता रखती है।
8. के-15 मिसाइल
के-15 मिसाइल भी एक पनडुब्बी से लॉन्च होने वाली बैलिस्टिक मिसाइल है, जिसका उद्देश्य भारत की समुद्र आधारित परमाणु त्रिकोण (sea-based nuclear triad) को मजबूती प्रदान करना है। इसकी रेंज लगभग 700 किमी है, और इसे भारतीय पनडुब्बी-कल्वरी श्रेणी की पनडुब्बियों से लॉन्च किया जा सकता है।
9. भारतीय हाइपरसोनिक मिसाइल
भारतीय हाइपरसोनिक मिसाइल एक अत्याधुनिक प्रक्षेपास्त्र है, जिसे DRDO ने विकसित किया है। यह मिसाइल गति के मामले में परंपरागत मिसाइलों से कहीं अधिक तेज है और यह लगभग 6 मच (समुद्र की गति से 6 गुना तेज) की गति से उड़ सकती है। इसकी रेंज अभी तक पूरी तरह से घोषित नहीं की गई है, लेकिन इसे भविष्य में परमाणु वॉरहेड के साथ भी सुसज्जित किया जा सकता है।
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