खबर के अनुसार बुधवार को डीएम ने गंगा नदी के छठ घाटों का जायजा लिया। इस दौरान गंगा नदी के किनारे 17 घाटों को खतरनाक घोषित कर दिया गया है। साथ ही साथ प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि इन खतरनाक घाटों की ओर न जाएं।
आपको बता दें की जिला प्रशासन के द्वारा जिन घाटों को खतरनाक घोषित किया गया हैं उनके मानक भी तय किये गए हैं। तीन-चार फीट से अधिक गहरा पानी होने, अधिक फिसलन या दलदल होने, अधिक ढलान होने, असुरक्षित बिजली के तार आदि होने के कारण इसे खतरनाक घोषित किया गया हैं।
जिला प्रशासन ने कहा है की गंगा नदी के किनारे सभी खतरनाक घाटों को चिह्नित कर उनकी बैरिकेडिंग की जाएगी। साथ ही साथ वहां के रास्तों पर पुलिस, होमगार्ड की तैनाती की जाएगी और लोगों को खतरनाक खाट पर जानें से रोका जायेगा।
पटना में गंगा नदी के 17 घाट खतरनाक : बांस घाट, कलेक्ट्रेट घाट, महेंद्रूघाट,नारियल घाट, जेपी सेतु पूर्वी घाट, टीएन बनर्जी घाट, अंटा घाट, अदालत घाट, मिश्री घाट, टेढ़ी घाट, कंटाही घाट, गुरु गोविंद सिंह कॉलेज घाट गड़ेरिया घाट, नुरूद्दीनगंज घाट, बरहरवा घाट, महाराज घाट और किला घाट।
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