भारत का कमाल जारी, खुशखबरी पर खुशखबरी, दुनिया हैरान!

नई दिल्ली। भारत की आर्थिक कहानी में एक बार फिर खुशखबरी सामने आई है। एक्सिस बैंक की हालिया आउटलुक रिपोर्ट 2026 में बताया गया है कि वित्त वर्ष 2027 में भारत की आर्थिक वृद्धि ट्रेंड से ऊपर रहने की संभावना है। बैंक के चीफ इकोनॉमिस्ट और ग्लोबल रिसर्च हेड नीलकंठ मिश्रा ने इस रिपोर्ट में संकेत दिया कि आर्थिक सुधार, कम उधारी लागत, तेज पूंजी निर्माण और नीतिगत ढील जैसे कारक इस वृद्धि को मजबूत करेंगे।

वृद्धि के पीछे प्रमुख कारण

रिपोर्ट के अनुसार, भारत की अर्थव्यवस्था 7.5% तक बढ़ सकती है, जो सामान्य अनुमान और ट्रेंड दोनों से अधिक है। इसका मुख्य कारण सरकारी खर्च पर नियंत्रण, अनुकूल मौद्रिक नीतियां और सरल नियमों एवं सुधारों के प्रभाव हैं। साथ ही, पूंजी निर्माण में तेजी और बेहतर वित्तीय स्थिति निवेशकों को उत्साहित कर रही है।

महंगाई और आर्थिक स्थिरता

मिश्रा का कहना है कि वित्त वर्ष 27 में औसत महंगाई लगभग 4% रहने की संभावना है। पिछले 18 महीनों में मध्यम महंगाई 3% के आसपास स्थिर रही है, जो अर्थव्यवस्था में लगातार सुस्ती का संकेत देती है। इसके बावजूद, अतिरिक्त क्षमता के चलते आर्थिक विकास को नुकसान नहीं पहुंचेगा।

पूंजीगत व्यय और निवेश

बेहतर पूंजी लागत और उच्च क्षमता उपयोग से वित्त वर्ष 27 में पूंजीगत व्यय में वृद्धि की संभावना है। यह निवेश वृद्धि दीर्घकालिक विकास की दिशा में महत्वपूर्ण कदम साबित होगी।

ब्याज दर और ऋण वृद्धि

नीतिगत ब्याज दरें अपने निचले स्तर पर पहुंच चुकी हैं, लेकिन मुद्रा आपूर्ति बढ़ाकर ऋण वृद्धि को और समर्थन देने की संभावना बनी है। इसके अलावा, अधिक ट्रेज़री बिल और कम अवधि के बॉन्ड के जरिए यील्ड कर्व की तीव्रता को कम किया जा सकता है।

बॉन्ड यील्ड का अनुमान

रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि वित्त वर्ष 27 में 10 साल की सरकारी बॉन्ड यील्ड धीरे-धीरे 6% के करीब आ सकती है, जो निवेशकों और वित्तीय बाजार के लिए सकारात्मक संकेत है। कुल मिलाकर, एक्सिस बैंक की यह रिपोर्ट भारत की आर्थिक मजबूती और सुधारों की दिशा में किए गए प्रयासों को प्रमाणित करती है। वित्त वर्ष 2027 में 7.5% की वृद्धि न केवल निवेशकों के लिए उत्साहजनक है, बल्कि देश की वैश्विक आर्थिक प्रतिष्ठा को भी मजबूत करेगी।

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