B+ ब्लड ग्रुप: जानिए इससे जुड़ी 7 हेल्थ बेनिफिट्स

हेल्थ डेस्क। भारत में B+ ब्लड ग्रुप वाले लोगों की संख्या लगभग 8–10% के बीच होती है, जो इसे एक सामान्य लेकिन महत्वपूर्ण रक्त समूह बनाता है। हालांकि हममें से अधिकांश लोग अपने ब्लड ग्रुप को सिर्फ रक्तदान या रक्त प्राप्त करने के लिहाज से देखते हैं, लेकिन मेडिकल साइंस के अनुसार हमारा ब्लड ग्रुप हमारी सेहत, पाचन, इम्यूनिटी और बीमारियों की प्रवृत्ति को भी प्रभावित करता है।

1 .ब्लड डोनेशन और रिसीविंग में लचीलापन

B+ ब्लड ग्रुप वाले व्यक्ति B+ और AB+ ब्लड ग्रुप वालों को रक्त दान कर सकते हैं। साथ ही, वे B+ और O+ रक्त समूह से ब्लड प्राप्त कर सकते हैं। यह उनकी आपात स्थिति में इलाज को आसान बनाता है।

2 .प्रतिरक्षा प्रणाली होती है अधिक संतुलित

कुछ मेडिकल स्टडीज़ में पाया गया है कि B ब्लड ग्रुप वालों की इम्यूनिटी अधिक संतुलित और अनुकूलनशील होती है, जिससे वे आम संक्रमणों से बेहतर तरीके से लड़ सकते हैं।

3 .डाइजेशन पावर होती है बेहतर

B+ ब्लड ग्रुप वाले लोग डेयरी उत्पादों को दूसरों की तुलना में बेहतर पचा सकते हैं। उनके लिए दूध, दही और पनीर जैसे खाद्य पदार्थ लाभकारी साबित हो सकते हैं।

4 .ऑटोइम्यून डिजीज का खतरा थोड़ा कम

B ग्रुप से जुड़े कुछ वैज्ञानिक निष्कर्ष यह दर्शाते हैं कि इन लोगों को रूमेटॉइड आर्थराइटिस, टाइप-1 डायबिटीज जैसी ऑटोइम्यून बीमारियों का खतरा अन्य ग्रुप्स की तुलना में थोड़ा कम होता है।

5 .बैक्टीरियल इन्फेक्शन से सुरक्षा में थोड़ी बढ़त

B+ ब्लड ग्रुप वाले कुछ बैक्टीरियल संक्रमणों (जैसे E. coli) के प्रति थोड़ा अधिक प्रतिरोधक क्षमता दिखा सकते हैं, हालाँकि यह लाभ व्यक्ति की जीवनशैली पर भी निर्भर करता है।

6 .तनाव सहने की बेहतर क्षमता

मनोवैज्ञानिक शोधों में यह सामने आया है कि B+ ब्लड ग्रुप वाले व्यक्ति कोर्टिसोल (तनाव हार्मोन) को बेहतर तरीके से नियंत्रित कर सकते हैं, जिससे तनाव के प्रति उनकी सहनशीलता अधिक हो सकती है।

7 .संतुलित व्यक्तित्व और न्यूरोलॉजिकल लाभ

कुछ अध्ययन यह भी दर्शाते हैं कि B ग्रुप वाले व्यक्ति अधिक संतुलित, रचनात्मक और मानसिक रूप से स्थिर होते हैं, जिससे उनकी निर्णय लेने की क्षमता बेहतर होती है।

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