बिहार में किसान को 5 हजार रुपए की प्रोत्साहन राशि

नालंदा। बिहार सरकार जैविक खेती को बढ़ावा देने और रासायनिक उर्वरकों पर निर्भरता घटाने के उद्देश्य से एक बार फिर से नालंदा जिले में नई योजना लेकर आई है। इस योजना के तहत किसानों को वर्मी कम्पोस्ट इकाइयों की स्थापना के लिए प्रोत्साहन राशि दी जा रही है, जिससे न केवल खेती की लागत कम होगी बल्कि मिट्टी की उर्वरता भी बेहतर होगी।

वर्मी कम्पोस्ट इकाई पर ₹5,000 की प्रोत्साहन राशि

नालंदा जिले में वर्ष 2025 के लिए कुल 565 वर्मी कम्पोस्ट इकाइयों की स्थापना का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। सरकार इस योजना के तहत हर इकाई पर ₹5,000 का अनुदान दे रही है, जो कि कुल लागत का लगभग 50 प्रतिशत है। एक इकाई की स्थापना पर लगभग ₹8,000 से ₹10,000 का खर्च आता है।

किसान अधिकतम तीन इकाइयां स्थापित कर सकते हैं, जिससे उन्हें कुल ₹15,000 तक की प्रोत्साहन राशि प्राप्त हो सकती है। यह योजना केवल आर्थिक सहायता नहीं, बल्कि जैविक खेती के प्रति जागरूकता बढ़ाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।

गोबर गैस प्लांट को भी मिलेगा बढ़ावा

इस योजना में केवल वर्मी कम्पोस्ट तक ही सीमित नहीं है, बल्कि गोबर गैस प्लांट की स्थापना भी शामिल है। नालंदा जिले में तीन गोबर गैस प्लांट स्थापित किए जाने हैं, जिनमें प्रत्येक के लिए ₹22,500 का अनुदान दिया जाएगा। इच्छुक किसान इसके लिए भी आवेदन कर सकते हैं।

ऑनलाइन आवेदन की प्रक्रिया चालू

योजना के नोडल पदाधिकारी दुर्गा रंजन ने बताया कि इच्छुक किसान 15 जुलाई तक ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। आवेदन उन्हीं किसानों का स्वीकार होगा, जो निर्माण मानकों का पालन करेंगे और शर्तों को मानने के लिए तैयार हैं।

0 comments:

Post a Comment