आयोग के गठन में हो रही देरी
8वें वेतन आयोग के गठन में देरी की मुख्य वजह है TOR यानी 'टर्म्स ऑफ रेफरेंस' का अब तक फाइनल न हो पाना। TOR वह आधारभूत दस्तावेज होता है जो आयोग के कार्यक्षेत्र, दिशा और समयसीमा को परिभाषित करता है। जब तक सरकार TOR को अंतिम रूप नहीं देती, तब तक आयोग न तो बन सकता है और न ही काम शुरू कर सकता है।
कब बनेगा आयोग?
संभावित गठन: 2025 के अंत तक
रिपोर्ट तैयार करने की अवधि: 15 महीने
रिपोर्ट सौंपने की अनुमानित तारीख: मार्च–अप्रैल 2027
इसका मतलब यह हुआ कि कर्मचारियों को बढ़ी हुई सैलरी का लाभ 2027 की पहली छमाही से पहले मिलना मुश्किल है।
क्या लागू होगा 1 जनवरी 2026 से?
हालांकि देरी की आशंका है, लेकिन उम्मीद है कि सिफारिशों को 1 जनवरी 2026 से प्रभावी माना जा सकता है, जैसा कि पहले भी देखा गया है। यदि ऐसा होता है, तो कर्मचारियों को 2026 की पूरी अवधि का एरियर (Arrears) एकमुश्त मिल सकता है। यह एक राहत की बात है, बशर्ते सरकार इसे मंजूरी दे।
Fitment Factor पर झटका
7वें वेतन आयोग में Fitment Factor 2.57 गुना था। कर्मचारी संगठन लंबे समय से इसे 3.68 करने की मांग कर रहे हैं, जिससे वेतन में उल्लेखनीय वृद्धि हो सके। लेकिन कई मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो 8वें वेतन आयोग में यह सिर्फ 1.92 गुना रहने की संभावना है। यदि ऐसा हुआ, तो वेतन में अपेक्षित बढ़ोतरी नहीं हो पाएगी और कर्मचारियों को बड़ा झटका लग सकता है।
0 comments:
Post a Comment