16 जून से शुरू होंगी कार्यशालाएं
एमएसएमई विभाग की ओर से 16 जून से प्रदेश के सभी जिलों में कार्यशालाएं आयोजित की जाएंगी। इन कार्यशालाओं का उद्देश्य युवाओं को व्यवसाय की ओर प्रेरित करना, उन्हें सही मार्गदर्शन देना और योजना का लाभ दिलाना है। कार्यशालाएं कॉलेजों और विश्वविद्यालयों में आयोजित की जाएंगी ताकि ज्यादा से ज्यादा युवा इस योजना से जुड़ सकें।
ऑनस्पॉट आवेदन की सुविधा
कार्यशाला में भाग लेने वाले युवाओं को मौके पर ही ऑनलाइन आवेदन की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी, जिससे वे तुरंत ऋण के लिए आवेदन कर सकें। यह प्रक्रिया आसान और पारदर्शी रखी गई है ताकि इच्छुक युवा बिना किसी जटिलता के योजना से जुड़ सकें।
ऋण की सुविधाएँ
योजना के तहत प्रथम चरण में ₹5 लाख तक का ऋण बिना गारंटी व ब्याज के प्रदान किया जाएगा। वहीं, ऋण की सफलता से अदायगी करने पर युवाओं को अगली बार ₹7.5 लाख तक का ऋण भी बिना गारंटी व ब्याज के दिया जाएगा। अब तक 49,252 युवाओं को ऋण वितरित किया जा चुका है। अप्रैल-मई 2025 के बीच 20,428 युवाओं को ₹840 करोड़ का ऋण वितरित हुआ है।
दीर्घकालिक लक्ष्य
सरकार का लक्ष्य अगले दस वर्षों में दस लाख युवाओं को उद्यमी बनाना है। यह योजना न केवल स्वरोजगार को बढ़ावा देगी बल्कि प्रदेश में रोजगार के नए अवसर भी पैदा करेगी।
0 comments:
Post a Comment