यूपी में अब किसानों को मिल रहे हैं 52500 रुपये

लखनऊ। उत्तर प्रदेश सरकार किसानों की आय बढ़ाने और खेती को अधिक लाभकारी बनाने के लिए निरंतर प्रयास कर रही है। इन्हीं प्रयासों का एक बड़ा हिस्सा है राष्ट्रीय कृषि विकास योजना के अंतर्गत संचालित खेत-तालाब योजना, जो अब प्रदेश के किसानों के लिए सिंचाई के साथ-साथ जल संरक्षण का सशक्त साधन बन चुकी है।

क्या है खेत-तालाब योजना?

खेत-तालाब योजना की शुरुआत वर्ष 2017-18 में की गई थी, और तब से अब तक (वित्तीय वर्ष 2024-25 तक) प्रदेश में 37,403 खेत तालाबों का निर्माण सफलतापूर्वक किया जा चुका है। इस योजना का उद्देश्य किसानों को उनकी भूमि पर जल संचयन के लिए छोटे तालाब बनाने हेतु प्रोत्साहित करना है, ताकि वे वर्षा जल को संरक्षित कर सकें और सिंचाई की अपनी जरूरतें स्वयं पूरी कर सकें।

2025-26 के लिए आवेदन शुरू

वर्तमान वित्तीय वर्ष 2025-26 के लिए 3 जून से खेत-तालाब योजना के अंतर्गत नए आवेदन स्वीकार किए जा रहे हैं। यह योजना "पहले आओ, पहले पाओ" के आधार पर संचालित की जा रही है। इच्छुक किसान कृषि विभाग की वेबसाइट https://agridarshan.up.gov.in पर जाकर आवेदन कर सकते हैं।

कितना मिलेगा अनुदान?

योजना के अंतर्गत निर्धारित तालाब का आकार 22 मीटर × 20 मीटर × 3 मीटर है, जिसकी निर्माण लागत लगभग ₹1,05,000 मानी गई है। इसमें से सरकार की ओर से किसानों को ₹52,500 तक की राशि अनुदान के रूप में दी जाएगी। यह अनुदान दो किस्तों में डीबीटी (Direct Benefit Transfer) के माध्यम से किसानों के खाते में सीधे भेजा जाएगा।

पंपसेट पर मिलेगा अलग से अनुदान

योजना से लाभान्वित किसानों को पंपसेट लगाने के लिए भी सरकार मदद दे रही है। इसके लिए अलग से एक पोर्टल खोला जाएगा और किसानों को पंपसेट की लागत पर 50% या अधिकतम ₹15,000 तक का अनुदान दिया जाएगा। इसके लिए पात्रता वही होगी: किसान का खेत तालाब पहले ही बन चुका हो, सूक्ष्म सिंचाई प्रणाली चालू स्थिति में स्थापित हो चुकी हो।

0 comments:

Post a Comment