नियमों की अनदेखी पर अब नहीं चलेगी ढील
यातायात निदेशालय और परिवहन विभाग के बीच बेहतर समन्वय के चलते बार-बार नियम तोड़ने वाले वाहन चालकों पर निगरानी और सख्ती दोनों बढ़ा दी गई है। विशेषकर उन वाहनों और चालकों को चिह्नित किया जा रहा है जिन पर 5 या उससे अधिक बार चालान हो चुके हैं और शमन शुल्क का भुगतान भी नहीं किया गया है। कुछ मामलों में तो ऐसे वाहन भी सामने आए हैं जिन पर 100 से अधिक बार चालान किए गए हैं।
कैमरों से निगरानी और महानगरों पर जोर
प्रदेश के सात पुलिस कमिश्नरेट वाले महानगर—लखनऊ, वाराणसी, कानपुर, गौतमबुद्धनगर, गाजियाबाद, आगरा और प्रयागराज—में यातायात नियमों की निगरानी के लिए सीसीटीवी कैमरों की मदद ली जा रही है। इन शहरों में अब तक 596 ड्राइविंग लाइसेंस निरस्त किए गए हैं, वहीं अन्य जिलों में 394 DL रद्द किए गए।
गौतमबुद्धनगर बना नियम तोड़ने वालों का गढ़
अब तक की रिपोर्टों के अनुसार, गौतमबुद्धनगर सबसे अधिक नियम तोड़ने वालों का केंद्र बनकर उभरा है। यहां 2,053 वाहन चालकों के विरुद्ध कार्रवाई के लिए रिपोर्ट भेजी गई है, और 587 DL निरस्त किए गए हैं। यह संख्या किसी भी अन्य जिले की तुलना में सबसे अधिक है। इसके बाद आगरा पुलिस कमिश्नरेट का स्थान है, जहां 100 चालकों के DL निरस्त करने की रिपोर्ट भेजी गई है, हालांकि वहां कार्रवाई की प्रक्रिया अभी शुरू नहीं हो सकी है।
प्रदेश में बड़े पैमाने पर निरस्तीकरण की तैयारी
प्रदेश स्तर पर अब तक 31,392 DL और 2,67,030 वाहन पंजीकरण निरस्त करने की रिपोर्टें तैयार की जा चुकी हैं। यह संख्या इस बात का संकेत है कि शासन अब यातायात नियमों को लेकर बेहद गंभीर रुख अपनाए हुए है। एडीजी यातायात के. सत्यनारायण ने स्पष्ट किया है कि अब बार-बार नियम तोड़ने वालों को किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा।
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