खबर के अनुसार सर्वे में पुश्तैनी जमीन पर अपना स्वामित्व दिखाने के लिए वंशावली की जरूरत पड़ेगी। वहीं वंशावली में दी गई जानकारी सही है या नहीं उसे सत्यापन के लिए दोबारा होने वाली ग्राम सभा में रखा जाएगा और लोगों के बीच उसका सत्यापन किया जाएगा।
बता दें की राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग ने कहा है की पुश्तैनी जमीन के दस्तावेज जीवित रैयत के नाम कराने के लिए आवेदन फॉर्म के साथ वंशावली देना होगा। इसलिए पहले अपनी वंशावली तैयार कर लें और इसके बाद उसे सर्वे शिविर में जमा कराएं।
दरअसल विभाग ने कहा हैं की पुश्तैनी जमीन में दी जा रही वंशावली सही है या नहीं उसका सत्यापन अनिवार्य रूप से किया जायेगा। ग्राम सभा में आये लोगों से इसके बारे में पूछा जायेगा। इससे वंशावली की गलती ग्राम सभा में पकड़ी जा सकेगी।
0 comments:
Post a Comment