यूपी में 4 जिलों के धार्मिक स्थलों का होगा विकास!

लखनऊ। उत्तर प्रदेश सरकार धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए लगातार प्रयास कर रही है। इसी कड़ी में प्रदेश के चार प्रमुख जिलों—बदायूं, बरेली, बिजनौर और शाहजहांपुर—में स्थित धार्मिक स्थलों के विकास के लिए 6.46 करोड़ रुपये की योजना बनाई गई है। राज्य के पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह ने इसकी जानकारी दी और बताया कि यह पहल न केवल धार्मिक आस्था को सशक्त करेगी, बल्कि स्थानीय रोजगार, आर्थिक विकास और पर्यटकों की संख्या में भी इजाफा होगा।

बदायूं: बोधिसत्व अंबेडकर बुद्ध विहार का होगा विकास

बदायूं जिले के उसावा रोड स्थित बोधिसत्व अंबेडकर बुद्ध विहार के पर्यटन विकास पर 56.86 लाख रुपये खर्च किए जाएंगे। यह स्थल बौद्ध और सामाजिक चेतना से जुड़ा हुआ है और इसे और अधिक आकर्षक बनाकर पर्यटकों के लिए सुविधाजनक बनाया जाएगा।

बरेली: आंवला और भोजीपुरा के धार्मिक स्थल होंगे संवराए

बरेली के आंवला स्थित श्री अहिक्षेत्र पार्श्वनाथ अतिशय तीर्थ क्षेत्र दिगंबर जैन मंदिर और रामनगर किला के पर्यटन विकास पर 1.39 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। यह स्थान जैन धर्म के अनुयायियों के लिए महत्वपूर्ण हैं और इनके सौंदर्यीकरण से क्षेत्र में धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा। इसके अतिरिक्त, भोजीपुरा के सेमीखेड़ा गांव में स्थित दाऊजी प्राचीन शिव मंदिर के विकास के लिए 1.39 लाख रुपये स्वीकृत किए गए हैं।

शाहजहांपुर: ठाकुर जी मंदिर और शिव संकट मोचन धाम का विकास

शाहजहांपुर जिले की पुवायां तहसील के गुढ़िया गांव में स्थित 52 दरवाजा ठाकुर जी मंदिर के विकास पर 45.39 लाख रुपये, जबकि कटरा विकासखंड में स्थित शिव संकट मोचन धाम मंदिर के विकास पर 80.31 लाख रुपये खर्च किए जाएंगे। यह दोनों स्थल क्षेत्रीय धार्मिक मान्यताओं के केंद्र हैं।

बिजनौर: अडिमल देवता परिसर और अन्य मंदिरों को मिलेगा नया रूप

बिजनौर जिले के परगना बुडपुर में स्थित अडिमल वाले देवता परिसर के विकास पर 61.32 लाख रुपये, मां रुक्मणी गलखा माता मंदिर के विकास पर 49.03 लाख रुपये, तथा माजा सैजरामपुर के प्राचीन झारखंडी मंदिर के विकास पर 73.77 लाख रुपये खर्च होंगे।

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