1. हाइपरसोनिक ग्लाइड व्हीकल और स्क्रैमजेट क्रूज मिसाइल
ब्रह्मोस मिसाइल को पूरी दुनिया जानती है, लेकिन अब भारत उससे भी खतरनाक हथियार पर काम कर रहा है – हाइपरसोनिक ग्लाइड व्हीकल (HGV) और स्क्रैमजेट तकनीक से लैस क्रूज मिसाइल। यह मिसाइलें मैक 5 से 7 (6125 से 8550 किमी/घंटा) की रफ्तार से उड़ेंगी। यह हथियार न सिर्फ गति में तेज़ होंगे, बल्कि दुश्मन के रडार और डिफेंस सिस्टम को चकमा देने में भी माहिर होंगे।
2. BrahMos-NG – अब हर फाइटर जेट पर ‘मौत का साया’
BrahMos-NG (Next Generation) भारत की ब्रह्मोस मिसाइल का हल्का और अधिक घातक वर्जन होगा। इसका वजन और साइज़ इतना कम होगा कि इसे तेजस जैसे हल्के फाइटर जेट में भी फिट किया जा सकेगा। इसका मतलब है कि भारत की पूरी एयरफोर्स — चाहे सुखोई हो, तेजस हो या मिराज — अब ब्रह्मोस जैसी सुपरसोनिक मिसाइल से लैस हो सकेगी। इसकी रेंज करीब 290-300 किमी रहेगी, लेकिन इसका सटीक निशाना और गति इसे अपराजेय बनाते हैं।
3. ‘सुदर्शन चक्र’ – भारत का अपना S-400
अब भारत रूस पर निर्भर नहीं रहेगा। ‘कुशा प्रोजेक्ट’ के तहत विकसित हो रहा ‘सुदर्शन चक्र’ सिस्टम एक अत्याधुनिक लॉन्ग-रेंज एयर डिफेंस सिस्टम है, जो दुश्मन की मिसाइलों और विमानों को 300+ किलोमीटर दूर से ही ध्वस्त कर सकता है। यह भारत का स्वदेशी S-400 होगा, जो मल्टी लेयर प्रोटेक्शन प्रदान करेगा – यानी एक साथ कई तरह के एयरबोर्न थ्रेट्स को ट्रैक और इंटरसेप्ट करने की क्षमता।
4. डायरेक्टेड एनर्जी वेपन
DRDO अब पारंपरिक बम और मिसाइल से आगे जाकर काम कर रहा है डायरेक्टेड एनर्जी वेपन (DEW) पर – जिसमें लेजर और माइक्रोवेव आधारित हथियार शामिल हैं। ये हथियार दुश्मन के ड्रोन, मिसाइल, इलेक्ट्रॉनिक सिस्टम और कम्युनिकेशन नेटवर्क को बिना किसी धमाके के चुपचाप खत्म कर सकते हैं। DEW भविष्य की लड़ाई का सबसे अहम हिस्सा होंगे – ये तेज़, सटीक और दुश्मन की नज़र से छिपे रहेंगे।
5. AMCA –स्टील्थ वॉरियर
Advanced Medium Combat Aircraft (AMCA) भारत का पहला 5वीं पीढ़ी का स्टील्थ फाइटर जेट होगा, जो चीन-पाकिस्तान के J-35 जैसे विमानों को टक्कर देगा। इसका डिजाइन रडार-एवेडिंग होगा और इसमें सुपरसोनिक क्रूज, इंटरनल वेपन बे और AI आधारित एविओनिक्स होंगे। सरकार ने 2024 में इसके निर्माण को मंजूरी दी है, और 120 जेट (6 स्क्वाड्रन) खरीदने की योजना है।
0 comments:
Post a Comment