यूपी में इन शिक्षकों के वेतन और छुट्टी पर संकट

लखनऊ। उत्तर प्रदेश में हाल ही में हुए बेसिक शिक्षकों के अंतरजनपदीय (जिले के बाहर) म्यूचुअल तबादले के बाद एक नई समस्या सामने आ रही है। मई 2025 में हुए इन तबादलों के बाद शिक्षकों को 29 मई से 5 जून तक अपने पुराने जिले से रिलीव होकर नए जिले में जॉइन करना था। लेकिन अब उनके ऑनलाइन पहचान पत्र (ID), अंतिम वेतन प्रमाण पत्र (LPC) और सर्विस बुक की ट्रांसफरिंग में अनावश्यक देरी हो रही है, जिससे उन्हें गंभीर परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।

ID और LPC के अभाव में नहीं हो पा रहे जरूरी कार्य

शिक्षकों का कहना है कि ऑनलाइन ID और LPC ट्रांसफर न होने के कारण न तो वे छुट्टी के लिए आवेदन कर पा रहे हैं, न ही उन्हें इस महीने के वेतन की कोई स्पष्टता है। वर्तमान में सभी सरकारी कार्यों—जैसे कि अवकाश, वेतन, भत्ते आदि—के लिए ऑनलाइन प्रणाली अनिवार्य हो चुकी है। ऐसे में जब तक शिक्षक की ID और LPC नए जिले में अपडेट नहीं होती, तब तक उनका कोई भी ऑनलाइन आवेदन आगे नहीं बढ़ता।

समय पर हाजिरी लॉक नहीं तो वेतन भी अटका

स्कूलों में शिक्षकों की हाजिरी हर महीने की 21 से 23 तारीख तक ऑनलाइन लॉक की जाती है। यदि ID अपडेट नहीं होती तो शिक्षक की हाजिरी लॉक नहीं हो पाएगी, और परिणामस्वरूप उनका वेतन भी रुक सकता है। इससे शिक्षकों की मानसिक और आर्थिक स्थिति पर नकारात्मक असर पड़ने की आशंका है।

शिक्षक संगठनों ने जताई नाराज़गी

इस मुद्दे पर प्राथमिक शिक्षक प्रशिक्षित स्नातक असोसिएशन के अध्यक्ष विनय कुमार सिंह ने कहा कि यह साफ तौर पर पुराने जिले के अधिकारियों और स्टाफ की लापरवाही है। उन्होंने मांग की है कि शासन को तत्काल निर्देश जारी कर ID और LPC ट्रांसफर की प्रक्रिया पूरी करवानी चाहिए। 

वहीं, प्राथमिक शिक्षक संघ, लखनऊ के अध्यक्ष निर्भय सिंह ने कहा कि 13 दिन बीत चुके हैं और अभी तक कई शिक्षकों की ID अपडेट नहीं हुई है। यदि यही स्थिति कुछ और दिनों तक बनी रही, तो सैकड़ों शिक्षक इस महीने का वेतन नहीं पा सकेंगे।

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