1. तेज और लगातार बुखार या कंपकंपी
सेप्सिस की शुरुआत अक्सर अचानक तेज बुखार, कंपकंपी या बहुत ठंड लगने से होती है। बुखार कभी-कभी 101°F से भी ऊपर जा सकता है।
2. सांस लेने में तकलीफ या तेज सांस चलना
जब शरीर में इंफेक्शन फैलने लगता है, तो ऑक्सीजन की मांग बढ़ जाती है। इससे मरीज को सांस लेने में दिक्कत हो सकती है या सांस तेज चलने लगती है।
3. बेहोशी या भ्रम की स्थिति
सेप्सिस का असर मस्तिष्क पर भी पड़ता है। मरीज को चक्कर आना, भ्रम होना या होश खोने जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
4. दिल की धड़कन तेज होना
अगर दिल की धड़कन सामान्य से तेज हो जाए (90 bpm से ऊपर), तो यह एक गंभीर संकेत हो सकता है कि शरीर में कुछ गड़बड़ चल रही है।
5. त्वचा का पीला पड़ना या नीलापन
सेप्सिस से शरीर में रक्त संचार प्रभावित होता है, जिससे त्वचा पीली, नीली या धुंधली दिखने लगती है। कुछ मामलों में हाथ-पैर ठंडे पड़ने लगते हैं।
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