भारत का 'रुद्रास्त्र' तैयार: घुसकर मचाएगा तबाही!

नई दिल्ली। रात का अंधेरा हो... दुश्मन चैन की नींद में हो... और अचानक आसमान से एक खामोश परछाई आए, हमला करे और बिना कोई सुराग छोड़े वापस लौट जाए। यही है भारत का नया ब्रह्मास्त्र — रुद्रास्त्र। यह कोई फिल्मी सीन नहीं, बल्कि भारत की नई युद्ध तकनीक का कमाल है। रुद्रास्त्र अब हकीकत है। हाल ही में इसका सफल परीक्षण राजस्थान के पोकरण में किया गया और नतीजा? एकदम सटीक निशाना, पूरी तरह से ऑटोनॉमस मिशन और सुरक्षित वापसी!

रुद्रास्त्र: दौड़ता है जैसे जेट

रेंज: 170 किलोमीटर से भी ज्यादा

फ्लाइट टाइम: करीब 1.5 घंटे

खासियत: मिशन पूरा करने के बाद खुद-ब-खुद वापस लौटता है

और सबसे बड़ी बात — ये ड्रोन वीडियो के ज़रिए टारगेट को लाइव देख सकता है और फिर उसी पर सीधा वार कर सकता है।

बॉर्डर पर तैनात होगा 'अदृश्य सिपाही'

ऐसे इलाकों में जहां इंसान की तैनाती नामुमकिन है — जैसे ऊँचे पहाड़, दुर्गम घाटियाँ या दुश्मन के कब्ज़े वाले नो-मैन्स लैंड — वहाँ रुद्रास्त्र को भेजा जा सकता है। ये बिना थके, बिना रुके, निगरानी करता है और ज़रूरत पड़ने पर वार भी करता है। अब दुश्मन अगर चुपके से घुसपैठ की सोच भी रहा है, तो रुद्रास्त्र की नज़र से बच पाना नामुमकिन होगा।

AI, कैमरा और किलर इंस्टिंक्ट – सबकुछ एक साथ

रुद्रास्त्र कोई आम ड्रोन नहीं, यह एक स्मार्ट फाइटर है। इसमें लगे हाई-टेक सेंसर और कैमरे ना सिर्फ दुश्मन को पहचानते हैं, बल्कि उसकी गतिविधियों का रिकॉर्ड भी रखते हैं। और फिर ज़रूरत पड़ने पर हमला करने के लिए तैयार रहते हैं। पोकरण में इसके परीक्षण के दौरान इसने एक तय टारगेट पर बिल्कुल सटीक बमबारी की।

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