बिहार के सरकारी स्कूलों में 3 नई व्यवस्था होगी लागू

पटना। बिहार की शिक्षा व्यवस्था एक नए दौर में प्रवेश कर रही है। राज्य सरकार द्वारा लिए गए ताजा फैसलों के अनुसार, अब राज्य के सभी सरकारी विद्यालयों में छात्र-छात्राओं की उपस्थिति दर्ज करने के लिए बायोमीट्रिक सिस्टम अनिवार्य रूप से लागू किया जाएगा। अब तक यह व्यवस्था केवल शिक्षकों तक सीमित थी, लेकिन अब विद्यार्थी भी प्रतिदिन स्कूल पहुंचने पर अपनी हाजिरी बायोमीट्रिक मशीन से लगाएंगे।

वहीं, शिक्षा विभाग के निदेशक डॉ. सिद्धार्थ ने बताया कि छात्रों के सृजनात्मक लेखन कौशल को बढ़ाने के लिए एक अभिनव योजना शुरू की जा रही है। इसके तहत राज्य के सभी विद्यालयों में छात्रों के लिए एक मासिक पत्रिका प्रकाशित की जाएगी। यह पत्रिका तीन वर्गों में तैयार की जाएगी: कक्षा 1 से 5 के लिए, कक्षा 6 से 8 के लिए, कक्षा 9 से 12 के लिए होगी।

आपको बता दें की इन पत्रिकाओं में छात्रों की कविताएँ, कहानियाँ, निबंध, चित्रकारी, अनुभव, और अन्य रचनात्मक कार्य प्रकाशित किए जाएंगे। इसके माध्यम से विद्यार्थियों को अपने विचार व्यक्त करने का मंच मिलेगा और उनमें आत्मविश्वास भी बढ़ेगा।

पत्रिका में करियर और विज्ञान की भी जानकारी

विशेष रूप से कक्षा 9 से 12 के छात्रों के लिए तैयार की जाने वाली पत्रिका में करियर मार्गदर्शन, विज्ञान, सामान्य अध्ययन, और समसामयिक विषयों पर भी जानकारी दी जाएगी। इससे छात्रों को प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी में मदद मिलेगी और वे अपने भविष्य की योजनाओं को बेहतर ढंग से बना सकेंगे।

स्कूल लाइब्रेरी में अनिवार्य उपलब्धता

राज्य सरकार ने यह भी निर्देश दिया है कि यह मासिक पत्रिका हर विद्यालय की लाइब्रेरी में अनिवार्य रूप से उपलब्ध होगी। शिक्षक इन पत्रिकाओं को पढ़ेंगे और छात्रों को प्रेरित करेंगे कि वे भी लेखन कार्य में भाग लें। इससे न केवल पठन-पाठन की संस्कृति को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि छात्रों में रचनात्मकता और तार्किक क्षमता का भी विकास होगा।

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