शिक्षा की नयी दिशा
शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव डॉ. एस. सिद्धार्थ ने 'शिक्षा की बात हर शनिवार' कार्यक्रम में इस योजना की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि इस योजना का उद्देश्य सरकारी स्कूलों के मेधावी छात्रों को गुणवत्तापूर्ण मार्गदर्शन और संसाधन प्रदान करना है, जिससे वे राष्ट्रीय स्तर की परीक्षाओं में सफलता प्राप्त कर सकें और देश के उज्ज्वल भविष्य का निर्माण कर सकें।
कोचिंग सेंटर की विशेषताएं
1 .हर प्रखंड में सुविधा: राज्य के सभी 534 प्रखंडों में कोचिंग सेंटर खोले जाएंगे, ताकि ग्रामीण और दूर-दराज के छात्रों तक भी यह सुविधा पहुंचे।
2 .विषयों की व्यापकता: मेडिकल, इंजीनियरिंग, बैंकिंग, रेलवे, पुलिस जैसी प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कराई जाएगी।
3 .सरकारी स्कूलों के शिक्षक: इन कोचिंग सेंटरों में पढ़ाने के लिए उन्हीं शिक्षकों की नियुक्ति की जाएगी जो पहले से सरकारी स्कूलों में कार्यरत हैं, लेकिन उनकी नियुक्ति एक साक्षात्कार प्रक्रिया के बाद ही की जाएगी, जिससे केवल योग्य, प्रेरित और मेहनती शिक्षक ही इस जिम्मेदारी को निभा सकें।
योग्य छात्रों का होगा चयन
इस योजना के तहत छात्रों का चयन स्कूल स्तर पर किया जाएगा। इसका उद्देश्य यह है कि सही और योग्य विद्यार्थियों को इस कोचिंग का लाभ मिल सके और वे बिना किसी आर्थिक दबाव के अपने सपनों को साकार कर सकें।
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