हेल्थ डेस्क: आज के वर्तमान समय में बहुत सी महिलाएं ऐसी हैं जो अनचाहे गर्भधान को रोकने के लिए गर्भनिरोधक गोलियों का सेवन करती हैं। लेकिन सही जानकारी नहीं होने के कारण कभी कभी ये गोली काम नहीं आती हैं और महिलाएं ना चाहते हुए भी गर्भवती हो जाती हैं। आज इसी विषय में मेडिकल साइंस के द्वारा जानने की कोशिश करेंगे की गर्भनिरोधक गोली का सेवन कब और कैसे करें। तो आइये इसके बारे में जानते हैं विस्तार से।
1 .आपको बता दें की गर्भनिरोधन गोली में मेन्यूफ्राक्टुर्ड प्रोजेनिक हार्मोन्स जो लेवोनोजेस्ट्रल में उपस्थित होता है। जो अंडाशय को बनने से रोकता है। इस दवा का असर 72 घंटे के भीतर ही होता है। अगर कोई महिला अनचाहे गर्भ से बचना चाहती हैं तो उसे संबंध बनाने के तुरंत बाद इसका सेवन करना चाहिए।
2 .गर्भनिरोधक गोली की खुराक महिलाओं के हार्मोन्स को बदलने में मदद करती है। महिलाओं में प्रोजेस्टिन नामांक एक हार्मोन्स होता है। जो गर्भाशय में एस्ट्रोजेन की मात्रा को बढ़ाता है। जिसे हार्मोन्स रिप्लेसमेंट थेरेपी भी कह सकते है।
3 .सुरक्षित संबंध बनाने के 24 घंटे के अन्दर गर्भनिरोधक गोली को लेने से प्रेग्नेंट ना होने के चांसेस 94 % होते है। इसलिए सभी महिलाओं को इस बात का ध्यान रखना चाहिए।
4 .अगर इस गर्भनिरोधक गोली का इस्तमाल संबंध बनाने के 48 घंटे के अन्दर मतलब 2 दिन के बाद करते हैं तो प्रेगनेंट ना होने के चांस 84 % होते है।
5 .महिलाओं को गर्भनिरोधक गोलियों के इस्तेमाल करने से पहले एक बार डॉक्टर की सलाह ले लेनी चाहिए। क्यों की कई बार इस गोलियों के कारण महिलाओं को परेशानी का भी सामना करना पड़ता हैं।
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