1. पत्थरचट्टा का पत्ता।
पत्थरचट्टा एक आयुर्वेदिक औषधि है जिसका नाम ही इसके गुण को दर्शाता है। यह पौधा पथरी को गलाने और मूत्र मार्ग से बाहर निकालने में बेहद मददगार होता है। आप 2-3 पत्थरचट्टा के पत्तों को धोकर खाली पेट चबाएं या उसका रस निकालकर रोज सुबह सेवन करें।
2. तुलसी का रस
तुलसी को भारतीय संस्कृति में पूजनीय माना गया है, लेकिन यह औषधीय गुणों से भी भरपूर है। तुलसी का रस किडनी को साफ करता है और उसमें जमी अशुद्धियों को बाहर निकालने में सहायता करता है। तुलसी की 5-7 पत्तियां लें और उनका रस निकालकर एक चम्मच शहद के साथ मिलाकर रोज सेवन करें।
3. नारियल पानी
नारियल पानी शरीर को हाइड्रेट रखने के साथ-साथ मूत्र मार्ग को साफ करता है। यह मूत्र प्रवाह को बढ़ाता है, जिससे पथरी छोटे टुकड़ों में टूटकर बाहर निकल सकती है। रोज सुबह खाली पेट एक गिलास ताजा नारियल पानी पीना बेहद लाभकारी होता है।
4. कुल्थी की दाल
कुल्थी की दाल पथरी के इलाज में एक प्रसिद्ध देसी नुस्खा है। इसमें ऐसे तत्व पाए जाते हैं जो पथरी को घुलनशील बनाकर मूत्र के रास्ते बाहर निकालने में सहायक होते हैं। कुल्थी की दाल को रात भर भिगोकर सुबह उसका पानी पीएं या इसे उबालकर सूप की तरह सेवन करें।
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