1. टाइफून क्लास: रूस
लंबाई: 175 मीटर, विस्थापन: 48,000 टन
टाइफून क्लास पनडुब्बियां सोवियत संघ की शीत युद्ध रणनीति का हिस्सा थीं। यह अब तक की सबसे भारी और लंबी पनडुब्बी है, जिसमें परमाणु हमले की पूरी क्षमता मौजूद है। यह R-39 बैलिस्टिक मिसाइलों से लैस होती हैं और ऑपरेशनल रहते हुए भी बेहद शांत मानी जाती हैं।
2. बोरई क्लास: रूस
लंबाई: 170 मीटर, विस्थापन: 24,000 टन
बोरई क्लास को रूसी नौसेना की नई रीढ़ माना जाता है। 16 बुलावा मिसाइलें और एडवांस्ड स्टील्थ तकनीक से लैस यह पनडुब्बी भविष्य की सामरिक जरूरतों को ध्यान में रखकर बनाई गई है।
3. ओहायो क्लास: अमेरिका
लंबाई: 170 मीटर, विस्थापन: 18,750 टन
अमेरिका की यह सबसे बड़ी पनडुब्बी 24 ट्राइडेंट II मिसाइलों से लैस है। इसकी मारक क्षमता लगभग 12,000 किलोमीटर तक है, जो इसे अमेरिका की सबसे भरोसेमंद परमाणु निवारक शक्ति बनाती है।
4. ऑस्कर क्लास: रूस
लंबाई: 155 मीटर, विस्थापन: लगभग 24,000 टन
ऑस्कर क्लास पनडुब्बियों को विशेष रूप से जहाज रोधी मिसाइलों से लैस किया गया है। इसकी संरचना में दस डिवाइडिंग कम्पार्टमेंट हैं, जो आपात स्थिति में अलग हो सकते हैं।
5. वैनगार्ड क्लास: यूके
लंबाई: 150 मीटर, विस्थापन: 15,900 टन
ब्रिटेन की यह पनडुब्बी 16 ट्राइडेंट II मिसाइलें लेकर चल सकती है और अत्याधुनिक सोनार सिस्टम से लैस है, जो इसे किसी भी खतरे को दूर से पहचानने में सक्षम बनाता है।
6. यासेन क्लास: रूस
लंबाई: 140 मीटर, विस्थापन: 14,000 टन
यासेन क्लास को क्रूज मिसाइलों से लैस अटैक सबमरीन के रूप में जाना जाता है। यह अमेरिका की वर्जीनिया क्लास को टक्कर देने के लिए बनाई गई है और अत्यंत घातक मानी जाती है।
7. डेल्टा क्लास: रूस
लंबाई: 139 मीटर, विस्थापन: 10,000 टन
डेल्टा क्लास की पनडुब्बियां 1970 के दशक से रूसी नौसेना का हिस्सा रही हैं। डेल्टा IV आज भी सक्रिय है और मिसाइल क्षमता के मामले में बेहद सक्षम है।
8. ट्रायम्फेंट क्लास: फ्रांस
लंबाई: 138 मीटर, विस्थापन: 14,335 टन
फ्रांसीसी नौसेना की यह परमाणु पनडुब्बी M51 मिसाइलों से लैस है और नौ हफ्तों तक पानी के नीचे रह सकती है। इसकी डिज़ाइन आधुनिक युद्ध जरूरतों को ध्यान में रखकर की गई है।
9. सिएरा क्लास: रूस
लंबाई: 112.7 मीटर, विस्थापन: 8,300 टन
हल्के टाइटेनियम पतवार वाली इस पनडुब्बी की गति बेहद तेज है। शीत युद्ध की यह विरासत अभी भी रूसी नौसेना के बेड़े में अपनी भूमिका निभा रही है।
10. अकुला क्लास: रूस
लंबाई: 110 मीटर, विस्थापन: 12,770 टन
अकुला क्लास को स्टील्थ और साइलेंस के लिए जाना जाता है। यह टॉरपीडो और मिसाइलों के संयोजन से लैस है और दुश्मन की गतिविधियों को चुपचाप ट्रैक करने में माहिर है।
भारत की स्थिति: क्या हैं हमारे पास?
भारत फिलहाल INS Arihant और उसके जैसे अन्य स्वदेशी परमाणु पनडुब्बियों पर काम कर रहा है। INS Arihant क्लास पनडुब्बियां 110 मीटर लंबी हैं और लगभग 6,000 टन विस्थापन रखती हैं। ये K-15 और K-4 बैलिस्टिक मिसाइलों से लैस हैं।
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