मुख्यमंत्री योगी ने इस मौके पर घोषणा की कि उत्तर प्रदेश के सभी 75 जनपदों को नई फॉरेंसिक यूनिट्स से लैस किया जाएगा। यह कदम राज्य में अपराध नियंत्रण और न्याय प्रणाली को और अधिक प्रभावी बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है। उन्होंने कहा कि अब अपराधी उत्तर प्रदेश पुलिस का नाम सुनते ही डर जाते हैं और भागने लगते हैं।
75 नई फॉरेंसिक यूनिट्स और मोबाइल फॉरेंसिक वैन
सीएम योगी ने बताया कि 75 जनपदों में 75 नई फॉरेंसिक यूनिट्स स्थापित की जाएंगी। यह यूनिट्स न केवल साक्ष्य जुटाने में बल्कि घटनास्थल पर तुरंत जाकर सबूत इकट्ठा करने में भी सक्षम होंगी। इसके लिए हर जनपद को मोबाइल फॉरेंसिक वैन भी उपलब्ध कराई जाएगी जो अपराध स्थल पर पहुंचकर त्वरित जांच कर सकेगी। यह कदम अपराधियों को पकड़ने और पीड़ितों को न्याय दिलाने की प्रक्रिया को बेहद तेज और प्रभावी बनाएगा।
पूरे प्रदेश में साइबर थाने और हेल्प डेस्क
साइबर अपराधों से निपटने के लिए भी योगी सरकार ने बड़ा कदम उठाया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि 2017 में उत्तर प्रदेश में सिर्फ एक साइबर थाना था, लेकिन अब प्रदेश के सभी 75 जनपदों में साइबर थाने स्थापित किए जा चुके हैं। साथ ही, राज्य के 1,587 थानों में साइबर हेल्प डेस्क भी बनाए गए हैं, जिससे साइबर अपराधों की रोकथाम और त्वरित कार्रवाई संभव होगी।
टेक्नोलॉजी और शिक्षा में यूपी की नई पहल
सीएम योगी ने पद्मश्री डॉ. लालजी सिंह एडवांस्ड डीएनए डायग्नोस्टिक सेंटर, एआई, ड्रोन और रोबोटिक्स लैब, अटल पुस्तकालय का उद्घाटन किया और छात्रों को स्मार्ट टैबलेट वितरित किए। उन्होंने इसे 'विकसित भारत-विकसित उत्तर प्रदेश' की आधारशिला बताया। इसके साथ ही यूपी फॉरेंसिक विज्ञान संस्थान (UPSIFS) के तीसरे स्थापना दिवस पर आयोजित इस शिखर सम्मेलन को भी उन्होंने बड़ी सफलता बताया।
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