इस बार भी दनकौर में गुरु द्रोणाचार्य मेला 21 अगस्त से शुरू हो रहा है, जो करीब 10 से 12 दिनों तक चलेगा। मेले के दौरान इलाके में भारी भीड़ और ट्रैफिक जाम की स्थिति बन जाती है। प्रशासन ने इस स्थिति को देखते हुए सुरक्षा और सुविधा के लिए जिले के सभी स्कूल, कॉलेज, और विश्वविद्यालयों को 21 अगस्त को बंद रखने का आदेश दिया है। इस निर्णय का उद्देश्य मेले की व्यस्तता के बीच बच्चों और युवाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करना और उनके आवागमन को सुगम बनाना है।
गुरु द्रोणाचार्य मेला विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों जैसे दंगल, कबड्डी, नाटक, भजन संध्या और झूले-झूलों से भरा होता है। यहां दूर-दराज से खिलाड़ी और कलाकार हिस्सा लेते हैं, जिससे यह मेला केवल एक धार्मिक आयोजन ही नहीं बल्कि खेल-कूद और मनोरंजन का भी बड़ा उत्सव बन जाता है। मेले के दौरान मेला स्थल के आसपास के रास्ते बंद कर दिए जाते हैं, जिससे आने-जाने में परेशानी होती है। इसी वजह से लोकल अवकाश की घोषणा की गई है ताकि छात्रों को ट्रैफिक जाम और भीड़ से बचाया जा सके।
यह मेला गौतमबुद्ध नगर के सांस्कृतिक परिदृश्य का एक अहम हिस्सा है और स्थानीय लोगों के लिए गर्व का विषय भी। गुरु द्रोणाचार्य की शिक्षाओं और उनकी गाथाओं को याद करते हुए यह मेला हमें इतिहास और परंपराओं से जोड़ता है। प्रशासन की यह व्यवस्था छात्रों और अभिभावकों की सहूलियत के लिए एक सकारात्मक कदम है, जिससे वे बिना किसी बाधा के इस सांस्कृतिक उत्सव का हिस्सा बन सकें।
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