1. पापड़-अचार या होममेड स्नैक्स का बिजनेस
बिहार में घर का बना हुआ अचार, पापड़, मुरब्बा या नमकीन का अपना एक अलग स्वाद और बाज़ार है। महिलाएं अपने पारंपरिक पकवानों को बेचकर घर बैठे कमाई कर सकती हैं। शुरू में यह बिजनेस कम लागत में अपने मोहल्ले या सोशल मीडिया के जरिए प्रचार कर के शुरू किया जा सकता है।
2. सिलाई-कढ़ाई और बुटीक सेवाएं
सिलाई और कढ़ाई का हुनर हर महिला में होता है, खासकर बिहार में यह परंपरागत कौशल माना जाता है। महिलाएं घर में एक छोटा बुटीक खोलकर कपड़ों की सिलाई, डिजाइनिंग और रिपेयरिंग का काम कर सकती हैं। इस बिजनेस की मांग हर मौसम में बनी रहती है, और इसे समय के साथ ऑनलाइन भी बढ़ाया जा सकता है।
3. ऑनलाइन ट्यूशन या स्किल ट्रेनिंग
अगर किसी महिला को पढ़ाने का शौक है या उसके पास कोई विशेष कौशल है, जैसे कि कंप्यूटर, अंग्रेजी, ब्यूटी पार्लर ट्रेनिंग आदि तो वह ऑनलाइन या घर पर ऑफलाइन क्लासेज़ ले सकती है। कोरोना के बाद से ऑनलाइन पढ़ाई का चलन काफी बढ़ा है, और यह बिजनेस एक स्थायी कमाई का जरिया बन सकता है।
4. हस्तशिल्प और हैंडमेड प्रोडक्ट्स का निर्माण
बिहार की मधुबनी पेंटिंग, कसीदाकारी और अन्य हस्तशिल्प दुनियाभर में मशहूर हैं। महिलाएं घर में ही हस्तनिर्मित दीये, राखियाँ, पेंटिंग, कपड़े, गिफ्ट आइटम्स बनाकर बेच सकती हैं। आज के डिजिटल युग में Etsy, Amazon या Instagram जैसे प्लेटफॉर्म्स के ज़रिए देश-विदेश में भी ग्राहक मिल सकते हैं।
महिलाओं के लिए जरूरी सपोर्ट
इन बिजनेस को शुरू करने में राज्य सरकार की कई योजनाएं, जैसे ‘मुख्यमंत्री महिला उद्यमिता योजना’ और ‘स्टार्टअप इंडिया’ के तहत मिलने वाली सब्सिडी भी मददगार हो सकती हैं। साथ ही, स्थानीय स्वयं सहायता समूह (SHGs) भी प्रशिक्षण और वित्तीय सहायता मुहैया कराते हैं।
0 comments:
Post a Comment