गाय को अर्पित करें ये 9 चीजें, शांति पाएंगे सभी 9 ग्रहों से!

धर्म डेस्क। भारतीय ज्योतिष में गाय को माँ और देवी का स्वरूप माना गया है। मान्यता है कि गाय की सेवा से न केवल पुण्य प्राप्त होता है, बल्कि नवग्रहों के अशुभ प्रभाव भी शांत होते हैं। हर ग्रह एक विशिष्ट ऊर्जा और जीवन के क्षेत्र को प्रभावित करता है। यदि किसी ग्रह की स्थिति कुंडली में प्रतिकूल हो, तो उससे संबंधित खाद्य सामग्री गाय को अर्पित कर ग्रहों की कृपा पाई जा सकती है।

1. सूर्य दोष शांति के लिए – गुड़ अर्पित करें

सूर्य आत्मविश्वास, प्रतिष्ठा और सरकारी क्षेत्र का प्रतिनिधि ग्रह है। जब यह कमजोर होता है, तो व्यक्ति में नेतृत्व की कमी, आंखों की समस्या या सरकारी दिक्कतें आ सकती हैं।

उपाय: रविवार को गाय को गुड़ खिलाएं।

लाभ: आत्मबल में वृद्धि, सम्मान और तेज की प्राप्ति होती है।

2. चंद्रमा दोष हो तो – चावल अर्पित करें

चंद्रमा मन, भावनाओं और मानसिक स्थिरता का कारक है। जब यह कमजोर होता है, तो व्यक्ति बेचैनी, डर या अनिद्रा का शिकार हो सकता है।

उपाय: पूर्णिमा के दिन गाय को सफेद चावल खिलाएं।

लाभ: मानसिक शांति, भावनात्मक संतुलन और मां से संबंध सुधरते हैं।

3. मंगल दोष के लिए – मसूर की दाल, रोटी और गुड़ दें

मंगल क्रोध, ऊर्जा और साहस का ग्रह है। इसके अशुभ प्रभाव से दुर्घटनाएं, झगड़े या रक्त संबंधी रोग हो सकते हैं।

उपाय: मंगलवार को गाय को मसूर की दाल, गुड़ और रोटी का मिश्रण खिलाएं।

लाभ: क्रोध नियंत्रण, ऊर्जा संतुलन और साहस में वृद्धि होती है।

4. बुध दोष हो तो – हरा चारा या हरी सब्जी दें

बुध वाणी, बुद्धिमत्ता और व्यापार से जुड़ा ग्रह है। यदि यह कमजोर हो, तो वाणी में कटुता, व्यापार में नुकसान या स्मृति में समस्या हो सकती है।

उपाय: बुधवार को गाय को हरा चारा या पालक खिलाएं।

लाभ: संचार क्षमता बढ़ेगी, व्यापार में लाभ होगा और स्मरण शक्ति सुधरेगी।

5. बृहस्पति पीड़ित हो तो – चना दाल और घी लगी रोटी दें

गुरु ग्रह ज्ञान, धर्म और संतान का प्रतीक है। जब यह अशुभ होता है, तो शिक्षा, विवाह या संतान में बाधा आ सकती है।

उपाय: गुरुवार को गाय को चना दाल और घी लगी रोटी अर्पित करें।

लाभ: आध्यात्मिक उन्नति, संतान सुख और विद्या में वृद्धि होती है।

6. शनि की साढ़ेसाती या ढैय्या हो तो – सरसों तेल लगी रोटी दें

शनि कर्म, अनुशासन और न्याय का ग्रह है। इसका अशुभ प्रभाव जीवन में संघर्ष, रोग या नौकरी में बाधा ला सकता है।

उपाय: शनिवार को गाय को सरसों के तेल में चुपड़ी रोटी खिलाएं।

लाभ: शनि के कष्टों से राहत, कर्म में सुधार और जीवन में स्थिरता मिलती है।

7. राहु दोष हो तो – सफेद तिल और रोटी दें

राहु भ्रम, आकस्मिक घटनाएं और मानसिक भ्रम का कारक है। इसके दोष से व्यक्ति जीवन में दिशाहीन हो सकता है।

उपाय: शनिवार या बुधवार को गाय को सफेद तिल और रोटी दें।

लाभ: नकारात्मकता कम होती है, भय और भ्रम से मुक्ति मिलती है।

8. केतु दोष के लिए – उबली मूंग दाल अर्पित करें

केतु मोक्ष, रहस्य और मानसिक गहराई का ग्रह है। इसका अशुभ प्रभाव व्यक्ति को अकेलापन, डर या रोग की ओर ले जाता है।

उपाय: मंगलवार या गुरुवार को गाय को उबली हुई मूंग की दाल दें।

लाभ: मानसिक शांति, आध्यात्मिक जागरूकता और छुपे भय से मुक्ति मिलती है।

9. समस्त ग्रहों की शांति के लिए – नियमित गौ सेवा करें

यदि कुंडली में कई ग्रह पीड़ित हों, तो किसी विशेष दिन न चुनकर सप्ताह में 1–2 दिन गाय को रोटी, हरा चारा और गुड़ मिलाकर खिलाना शुरू करें।

लाभ: समग्र ग्रह दोषों से राहत, सकारात्मक ऊर्जा और घर में सुख-शांति का वास होता है।

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