आपको बता दें की इस सड़क के निर्माण के लिए पहले इस परियोजना के लिए लगभग 37.5 करोड़ रुपये का बजट तय किया गया था और टेंडर भी जारी हो चुका था। लेकिन अब शासन ने टेंडर को रद्द कर दिया है और बजट को बढ़ाकर 69.12 करोड़ रुपये कर दिया गया है।
सड़क की विशेषताएँ और योजना
इस मार्ग को 5.30 मीटर चौड़ा बनाया जाएगा। सड़क निर्माण के दौरान किनारे की कुछ जमीन का अधिग्रहण भी किया जाएगा, और प्रभावित किसानों को मुआवजा दिया जाएगा। अधिकारियों के अनुसार, सड़क की लागत में वृद्धि का मुख्य कारण यह है कि अब चौड़ीकरण और जमीन अधिग्रहण समेत अन्य खर्च भी शामिल हो गए हैं। मुआवजा किसानों को सर्किल रेट के चार गुना के हिसाब से दिया जाएगा।
यह सड़क लखनऊ-वाराणसी नेशनल हाईवे को पूर्वांचल एक्सप्रेसवे से जोड़ने वाली लिंकरोड के रूप में विकसित होगी। इस मार्ग के बन जाने से दोस्तपुर-अंबेडकर नगर होते हुए श्रद्धालु सीधे अयोध्या और बिजेथुआ महावीरन तक आसानी से पहुंच सकेंगे।
बिजेथुआ महावीरन का विकास लक्ष्य
विधायक राजेश गौतम ने कहा कि बिजेथुआ महावीरन का विकास उनका प्रमुख उद्देश्य है। उनका लक्ष्य बिजेथुआ कॉरिडोर और सूरापुर को नगर पंचायत का दर्जा दिलाना भी है। यह सड़क लगभग 70 करोड़ रुपये की लागत से बनेगी और विधानसभा क्षेत्र की सबसे बड़ी सड़क परियोजना साबित होगी।
इस परियोजना से न केवल यातायात सुगम होगा बल्कि स्थानीय लोगों और किसानों के लिए भी रोजगार और मुआवजे के अवसर बढ़ेंगे। सड़क के बनने से क्षेत्र में समग्र विकास और पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा।

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