यात्रियों को मिलेगा सस्ता और सुविधाजनक मार्ग
वर्तमान में बहराइच से लखनऊ के लिए रेल सेवा सीधी उपलब्ध नहीं है। यही कारण है कि लोगों को अधिक खर्च और समय के साथ राजधानी की यात्रा करनी पड़ती है। नई लाईन तैयार होने पर जरवलरोड से होकर बहराइच के यात्री सीधे बाराबंकी और लखनऊ पहुँच सकेंगे, यात्रा समय कम होगा, किराया भी कम पड़ेगा, और कनेक्टिविटी पहले से अधिक सुगम हो जाएगी।
यह रेल लाइन न केवल बहराइच बल्कि श्रावस्ती, बलरामपुर, गोंडा और नेपाल सीमा तक रहने वाले यात्रियों के लिए भी वरदान साबित होगी, क्योंकि वे कम खर्च में राजधानी तक रेल से आसानी से पहुँच सकेंगे।
प्रोजेक्ट के मुख्य बिंदु
डीपीआर के अनुसार इस नई रेल लाइन के निर्माण में कई अहम काम शामिल हैं: जरवलरोड–बहराइच मार्ग पर तीन नए रेलवे स्टेशन बनाए जाएँगे। एक हाल्ट स्टेशन भी विकसित किया जाएगा। साथ ही, रेल मार्ग पर पुल और पुलियाओं का निर्माण भी किया जाएगा ताकि लाइन सुरक्षित और आधुनिक मानकों के अनुरूप हो। परियोजना पर कुल 530 करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान है। रेलवे अधिकारियों का कहना है कि निर्माण प्रक्रिया जमीन अधिग्रहण पूरा होते ही शुरू कर दी जाएगी।
मांग के बाद मिला परिणाम
बहराइच के लोगों ने लंबे समय से जरवलरोड–बहराइच रेल लाइन की मांग उठाई थी। डेढ़ वर्ष पूर्व रेलवे द्वारा इस मार्ग का सर्वे भी कराया गया था। अब जब रेल मंत्री ने संसद में स्वयं डीपीआर तैयार होने की जानकारी दी, तो स्थानीय लोगों में नई ऊर्जा और उम्मीद दिखाई देने लगी है।
स्थानीय प्रशासन और रेलवे विभाग का दृष्टिकोण
पूर्वोत्तर रेलवे के जनसंपर्क अधिकारी महेश कुमार गुप्त ने बताया कि रेल लाइन के निर्माण की प्रक्रिया अब तेज होगी। भूमि अधिग्रहण और निर्माण कार्य को लेकर महत्वपूर्ण निर्णय रेलवे बोर्ड द्वारा लिए जाएँगे। उनका कहना है कि जिले के लोगों को अब इस रेल सेवा के लिए अधिक इंतजार नहीं करना पड़ेगा।

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