केंद्रीय कर्मचारियों को बड़ी राहत, नए पेंशन नियम लागू

नई दिल्ली। केंद्र सरकार के कर्मचारियों के लिए रिटायरमेंट प्लानिंग को आसान बनाने की दिशा में बड़ा कदम उठाया गया है। वित्त मंत्रालय की नई अधिसूचना के बाद पेंशन फंड रेगुलेटरी एंड डेवलपमेंट अथॉरिटी (PFRDA) ने नेशनल पेंशन सिस्टम (NPS) और यूनिफाइड पेंशन स्कीम (UPS) में अहम बदलाव लागू कर दिए हैं।

अब 4 नहीं, 6 विकल्प, कर्मचारियों को राहत

अब तक सरकारी कर्मचारियों के पास कुल चार निवेश विकल्प थे, जिनमें से अधिकांश कर्मचारी ‘डिफॉल्ट स्कीम’ में ही बने रहते थे। आंकड़ों के अनुसार करीब 96% कर्मचारी डिफॉल्ट विकल्प के साथ थे और सिर्फ 4% ने अपनी पसंद का विकल्प चुना था।

नई अधिसूचना के बाद निवेश विकल्पों की संख्या बढ़ाकर 6 कर दी गई है। इनमें शामिल हैं, डिफॉल्ट स्कीम, 100% G-Sec वाला एक्टिव चॉइस, लाइफ साइकिल मॉडल – LC Moderate, लाइफ साइकिल मॉडल – LC Conservative, LC 75 (हाई रिस्क – नया विकल्प), LC Aggressive (नया विकल्प), इन बदलावों का उद्देश्य कर्मचारियों को बाजार, बॉन्ड और इक्विटी एक्सपोज़र पर बेहतर नियंत्रण प्रदान करना है।

क्या बदला डिफॉल्ट स्कीम में

डिफॉल्ट स्कीम में कर्मचारियों का योगदान तीन पेंशन फंड मैनेजर्स द्वारा तय एसेट एलोकेशन पैटर्न के अनुसार निवेश होता है। अब जो कर्मचारी इस स्कीम से बाहर आना चाहते हैं, उन्हें उपलब्ध पांच नॉन-डिफॉल्ट विकल्पों में से एक चुनने की सुविधा दी गई है।

युवा कर्मचारियों के लिए दो नए विकल्प

PFRDA ने कर्मचारियों के दीर्घकालिक निवेश को ध्यान में रखते हुए दो नए ऑटो-चॉइस मॉडल शामिल किए हैं—

1. LC 75 – हाई रिस्क

35 वर्ष की आयु तक 75% इक्विटी निवेश संभव

55 वर्ष की उम्र तक यह घटकर 15% रह जाएगा

यह मॉडल उन कर्मचारियों के लिए उपयुक्त है जो लंबी अवधि में बाजार की वृद्धि का लाभ उठाना चाहते हैं।

2. LC Aggressive – उच्च जोखिम वाला लाइफ साइकिल मॉडल

45 वर्ष तक 50% इक्विटी निवेश

55 वर्ष की आयु तक भी 35% इक्विटी एक्सपोज़र बरकरार

यह उन कर्मचारियों के लिए है जो जोखिम लेकर बड़ा रिटायरमेंट कॉर्पस बनाना चाहते हैं।

इन दोनों मॉडलों का उद्देश्य युवाओं को रिटायरमेंट तक बड़ा और मजबूत निवेश पोर्टफोलियो बनाने में सहायता देना है।

फंड मैनेजर भी खुद चुन सकेंगे कर्मचारी

नॉन-डिफॉल्ट विकल्प चुनने वाले कर्मचारियों को PFRDA द्वारा मान्यता प्राप्त 10 पेंशन फंड मैनेजर्स में से अपनी पसंद का फंड चुनने की आज़ादी होगी। PFRDA ने सलाह दी है कि कर्मचारी समय-समय पर स्कीम की परफॉर्मेंस की समीक्षा करते रहें और आवश्यकता अनुसार बदलाव करें। NPS ट्रस्ट की वेबसाइट पर सभी विकल्पों की अपडेटेड रिटर्न रिपोर्ट उपलब्ध है, जिसे सब्सक्राइबर देख सकते हैं।

0 comments:

Post a Comment