अब इस प्रक्रिया को स्मार्ट मीटर के माध्यम से पूरी तरह डिजिटल और स्वचालित किया जा रहा है। स्मार्ट मीटर से यह सुनिश्चित किया जाएगा कि जिन उपभोक्ताओं का बिल बकाया है, वे बिना भुगतान किए बिजली का उपयोग नहीं कर पाएंगे। यानी कनेक्शन काटने के लिए किसी लाइनमैन को नहीं भेजना पड़ेगा, बल्कि बिल न भरने पर मीटर स्वयं ही बिजली आपूर्ति बंद कर देगा।
जीनस कंपनी ने दिसंबर 2023 से औरैया जिले में स्मार्ट मीटर लगाने का काम शुरू किया है। अब तक लगभग 11 हजार मीटर लगाए जा चुके हैं। औरैया व दिबियापुर डिवीजन के लगभग ढाई लाख उपभोक्ताओं के घरों और प्रतिष्ठानों में मार्च 2026 तक स्मार्ट मीटर लगाने का लक्ष्य रखा गया है।
स्मार्ट मीटर में रिचार्ज सिस्टम की सुविधा भी दी जाएगी। इसका मतलब है कि उपभोक्ता जितनी राशि का रिचार्ज कराएंगे, उतनी ही बिजली का उपयोग कर पाएंगे। बकायेदारों के पुराने जुगाड़ अब काम नहीं आएंगे और बड़े-बड़े बकायेदारों की बिजली कभी भी बंद हो सकती है। जो मीटर अभी लगाए जा चुके हैं, उनके लिए भी यह नियम लागू है। यदि किसी उपभोक्ता ने बिल का भुगतान नहीं किया, तो कंप्यूटर सिस्टम के जरिए कनेक्शन तुरंत बंद कर दिया जाएगा।
अधिशासी अभियंता मीटर संतोष कुमार के अनुसार, अब नए कनेक्शन पर भी केवल स्मार्ट मीटर ही लगाए जाएंगे। इसका उद्देश्य बिजली वितरण को पारदर्शी बनाना और बकायेदारी रोकना है। इससे न केवल उपभोक्ताओं की समय पर भुगतान की आदत बनेगी, बल्कि बिजली कंपनी के लिए भी वितरण प्रक्रिया सरल और सटीक हो जाएगी।

0 comments:
Post a Comment