दिसंबर में ट्रायल रन, जनवरी में उद्घाटन की उम्मीद
यूपीडा अधिकारियों के अनुसार एक्सप्रेस-वे के स्ट्रक्चर और मुख्य निर्माण कार्य लगभग पूरा हो चुका है। विशेषज्ञों की टीम दिसंबर में अंतिम निरीक्षण करेगी, जिसके आधार पर आवश्यक प्रमाण-पत्र जारी किए जाएंगे। इसके बाद: दिसंबर में ट्रायल रन पूरा किया जायेगा और जनवरी के मध्य तक उद्घाटन प्रधानमंत्री द्वारा औपचारिक शुभारंभ की संभावना हैं। इस प्रकार नया साल शुरू होते ही प्रदेश को एक और अत्याधुनिक एक्सप्रेस-वे मिलने जा रहा है।
594 किमी लंबा मार्ग, 1498 बड़े स्ट्रक्चर में 1497 पूरे
मेगा प्रोजेक्ट की विशालता का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि मेरठ से प्रयागराज तक 594 किलोमीटर लंबाई में फैले इस एक्सप्रेस-वे पर कुल 1498 बड़े स्ट्रक्चर बनाए गए हैं। इनमें से 1497 स्ट्रक्चर का कार्य पूरी तरह पूरा हो चुका है।
यूपीडा का कहना है कि सभी आवश्यक सुरक्षा व गुणवत्ता परीक्षण दिसंबर तक पूरे कर लिए जाएंगे। इस एक्सप्रेस-वे पर आपात स्थिति में फाइटर जेट भी उतर सकेंगे। गंगा एक्सप्रेस-वे केवल सामान्य यातायात के लिए ही नहीं बल्कि राष्ट्रीय सुरक्षा की दृष्टि से भी बेहद महत्वपूर्ण है। एक्सप्रेस-वे पर पांच स्थानों पर लड़ाकू विमान उतारने योग्य स्ट्रक्चर बनाए गए हैं।
12 जिलों को मिलेगा विकास का नया इंजन
एक्सप्रेस-वे के शुरू होते ही मेरठ से प्रयागराज तक के कई जिलों में विकास की रफ्तार बढ़ जाएगी। इससे मेरठ, हापुड़, बुलंदशहर, अमरोहा, संभल, बदायूं, शाहजहांपुर, हरदोई, उन्नाव, रायबरेली, प्रतापगढ़ और प्रयागराज को सीधा लाभ मिलेगा।
36,230 करोड़ रुपये की लागत, हरिद्वार तक विस्तार की तैयारी
गंगा एक्सप्रेस-वे देश की सबसे बड़ी अवसंरचनागत परियोजनाओं में से एक है। लगभग 36,230 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित हो रहा यह प्रोजेक्ट 7453 हेक्टेयर भूमि पर फैला है। अब इसका विस्तार हरिद्वार तक करने की तैयारी भी शुरू कर दी गई है, जिससे यूपी और उत्तराखंड के बीच कनेक्टिविटी और मजबूत होगी।

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