साइंस डेस्क: आज के समय में पूरी दुनिया विज्ञान के छेत्र में भारत के बढ़ते कदम से हैरान हैं। आज इसी विषय में जानने की कोशिश करेंगे भारत के उन उपलब्धियों के बारे में जो भारत ने विज्ञान के छेत्र में हासिल किया। तो आइये इसके बारे में जानते हैं विस्तार से की विज्ञान की दुनिया में ये है भारत की 5 सबसे बड़ी उपलब्धियां।
मंगलयान :
भारतीय मंगलयान का पहले ही प्रयास में मंगल ग्रह के कक्ष में पहुंच जाना 2014 की सबसे बड़ी उपलब्धि कहा जा सकता है। पहले प्रयास में सफल रहने वाला भारत दुनिया का पहला देश बना. अमरीका, रूस और यूरोपीय स्पेस एजेंसियों को कई प्रयासों के बाद मंगल ग्रह पहुंचने में सफलता मिली। इसके बाद अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष विज्ञान के क्षेत्र में भारत की चर्चा होने लगी।
जीएसएलवी मार्क 2 :
जीएसएलवी मार्क 2 के सफल प्रक्षेपण विज्ञान की दुनिया में बहुत बड़ी कामयाबी थी क्योंकि उसमें भारत ने अपने ही देश में बनाया हुआ क्रायोजेनिक इंजन लगाया था। यह उपलब्धि विज्ञान की दुनिया में भारत के लिए सबसे बड़ी उपलब्धियों में से एक हैं।
जीएसएलवी मार्क 3 :
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने अपने अब तक के सबसे भारी रॉकेट जीएसएलवी-एमके3 का सफल प्रक्षेपण किया था। यह 630 टन वज़न के इस रॉकेट में एक क्यू मॉड्यूल भी लगाया गया जिससे कि आने वाले समय में हिंदुस्तान अपने ऐस्ट्रॉनॉट्स को अंतरिक्ष में भेज पाएगा। यह विज्ञान की दुनिया में सबसे बड़ी उपलब्धियों में से एक हैं।
परमाणु क्षेत्र में उपलब्धियां :
भारत ने खुद की बनाई हुई परमाणु पनडुब्बी आईएनएस अरिहंत को हार्बर ट्रायल पर भेजा। इससे हमारे परमाणु हथियार सुरक्षित हो जाएंगें। एक दूसरी उपलब्धि ये रही कि राजस्थान में परमाणु ऊर्जा संयंत्र ने दुनिया में सबसे ज़्यादा देर चलने का रिकॉर्ड कायम किया। यह विज्ञान की दुनिया में बड़ी उपलब्धियों में से एक हैं।
एक साथ 104 उपग्रह अंतरिक्ष में छोड़े :
इसरो ने एक साथ रिकॉड 104 उपग्रह अंतरिक्ष में छोड़े जो विज्ञान की दुनिया में भारत की सबसे बड़ी उपलब्धियों में से एक हैं। इनमें अमेरिका के अलावा इजरायल, हॉलैंड, यूएई, स्विट्जरलैंड और कजाकिस्तान के छोटे आकार के सैटेलाइट शामिल थे।
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