क्या है ब्रह्मोस मिसाइल की ताकत?
ब्रह्मोस क्रूज मिसाइल भारत और रूस की संयुक्त परियोजना है, जो अपनी सुपरसोनिक गति (Mach 2.8 से अधिक), अत्यंत सटीकता, और मल्टी-प्लेटफॉर्म लॉन्च कैपेबिलिटी के लिए जानी जाती है। इसे जमीन, समुद्र और हवा — तीनों जगह से लॉन्च किया जा सकता है, जो इसे दुश्मन के लिए अप्रत्याशित और घातक बनाता है।
फिलीपींस बना पहला ग्राहक
2022 में फिलीपींस ने भारत के साथ $375 मिलियन का करार किया था, जिसके तहत तीन कोस्टल डिफेंस बैटरी की आपूर्ति की जानी थी। अप्रैल 2024 और अप्रैल 2025 में दो बैटरियां पहले ही सप्लाई की जा चुकी हैं। यह सौदा भारत की डिफेंस एक्सपोर्ट रणनीति की बड़ी सफलता माना जा रहा है।
कौन-कौन हैं ब्रह्मोस के दीवाने?
इंडोनेशिया: $200–$350 मिलियन के सौदे पर बातचीत चल रही है।
वियतनाम: $700 मिलियन के डील की योजना है, आर्मी और नेवी दोनों के लिए।
थाईलैंड, सिंगापुर, ब्रुनेई: खरीद की बातचीत अलग-अलग चरणों में जारी है।
ब्राजील, चिली, अर्जेंटीना, वेनेजुएला: खासकर नौसैनिक और कोस्टल डिफेंस वर्जन में रुचि।
मिस्र, सऊदी अरब, UAE, कतर, ओमान: कुछ देशों के साथ बातचीत एडवांस स्टेज में है।
दक्षिण अफ्रीका, बुल्गारिया: मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक इस देश से शुरुआती बातचीत के चरण में।
मलेशिया: सुखोई Su-30MKM और केदाह क्लास युद्धपोतों के लिए मिसाइलों की खरीद पर विचार कर रहा है।
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