बिहार में इन शिक्षकों पर कड़ी कार्रवाई के आदेश

पश्चिम चंपारण (बिहार)

बिहार के पश्चिम चंपारण जिले में शिक्षा व्यवस्था की पारदर्शिता को धक्का पहुंचाने वाला एक गंभीर मामला सामने आया है। जिले के नौतन और गौनाहा अंचल के सरकारी विद्यालयों में कार्यरत पांच शिक्षकों पर ई-शिक्षा कोष पोर्टल पर ऑनलाइन उपस्थिति दर्ज कराने में फर्जीवाड़ा करने के आरोप सिद्ध होते नजर आ रहे हैं। मामले के उजागर होते ही जिला शिक्षा पदाधिकारी (डीईओ) मनीष कुमार सिंह ने आरोपित शिक्षकों से 24 से 72 घंटे के भीतर संतोषजनक स्पष्टीकरण मांगा है। विफल रहने की स्थिति में विधिसम्मत सख्त कार्रवाई की चेतावनी दी गई है।

नौतन अंचल में तीन शिक्षक फर्जी हाजिरी में संलिप्त

डीईओ कार्यालय की ओर से की गई डिजिटल मॉनिटरिंग और वीडियो कॉलिंग जांच के आधार पर सामने आया कि उत्क्रमित मध्य विद्यालय, झखरा की सहायक शिक्षिका रश्मि कुमारी बीते तीन महीनों से 'मार्क ऑन ड्यूटी' विकल्प चुनकर उपस्थिति दर्ज कर रही थीं, जबकि उन्हें किसी वैकल्पिक कार्य पर नियुक्त नहीं किया गया था। इसी तरह प्राथमिक विद्यालय अमरजीत यादव टोला के विजय कुमार राम और रिंकू कुमारी भी इसी तकनीक का दुरुपयोग करते पकड़े गए हैं।

डीईओ ने स्पष्ट किया कि 'मार्क ऑन ड्यूटी' केवल विशेष तैनाती अथवा विभागीय अनुमति की स्थिति में ही उपयोग में लाया जा सकता है। इन शिक्षकों की अन्यत्र कोई तैनाती नहीं होने के बावजूद इस विकल्प का उपयोग विभागीय आदेश की अवहेलना और स्वेच्छाचारिता का उदाहरण है।

गौनाहा अंचल में प्रधानाध्यापक और शिक्षिका की भूमिका संदिग्ध

गौनाहा अंचल के उत्क्रमित मध्य विद्यालय, मटियरिया के प्रधानाध्यापक सचिन कुमार पर गंभीर आरोप लगे हैं कि वे स्वयं उपस्थिति दर्ज करने के बजाय विद्यालय की सामान्य लॉगिन आईडी से अपनी हाजिरी लगा रहे थे। जांच में उनकी उपस्थिति की कोई सेल्फी पोर्टल पर उपलब्ध नहीं है। वीडियो कॉल जांच में भी वे विद्यालय से अनुपस्थित पाए गए।

इसी विद्यालय की सहायक शिक्षिका निशा कुमारी ने अपने प्रधानाध्यापक की लॉगिन आईडी से हाजिरी दर्ज की। अप्रैल माह में उन्होंने अपने मोबाइल से महज दो बार उपस्थिति दर्ज की, जिससे उनकी नियमितता और कार्यस्थल पर उपस्थिति संदिग्ध पाई गई।

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