बंजर या बगीचे की ज़मीन का बेहतर उपयोग
किसान अब बेकार पड़ी ज़मीन या बगीचों में इन मसाला फसलों की खेती कर सकते हैं। विभागीय अधिकारियों के अनुसार, इन फसलों की खेती से किसानों को कम समय में अधिक लाभ मिलेगा, साथ ही राज्य की मसाला उत्पादन में आत्मनिर्भरता भी बढ़ेगी।
हल्दी की खेती पर 22,500 रुपये तक अनुदान
भागलपुर जिले को हल्दी की खेती के लिए 100 एकड़ का लक्ष्य मिला है। एक किसान न्यूनतम 0.25 एकड़ से लेकर अधिकतम दो एकड़ तक हल्दी की खेती कर सकते हैं। हल्दी की खेती में प्रति एकड़ लगभग ₹45,000 की लागत आती है, जिसके बदले सरकार 50% यानी ₹22,500 तक का अनुदान देगी। हल्दी किसी भी प्रकार के खेत में सफलतापूर्वक उगाई जा सकती है।
ओल की खेती पर ₹1.40 लाख तक की सहायता
ओल की खेती के लिए जिले को 10 एकड़ का लक्ष्य मिला है। एक किसान 0.25 एकड़ से एक एकड़ तक ओल की खेती कर सकता है। एक एकड़ में ओल की खेती पर करीब ₹2,81,600 का खर्च आता है। इस पर किसानों को ₹1,40,800 तक का अनुदान मिलेगा। यह फसल भी किसी भी प्रकार की जमीन में उगाई जा सकती है।
अदरक की खेती पर मिलेगा ₹31,200 तक अनुदान
अदरक की खेती के लिए पांच एकड़ का लक्ष्य तय किया गया है। इसमें किसान न्यूनतम 0.25 एकड़ से अधिकतम दो एकड़ तक खेती कर सकते हैं। एक एकड़ अदरक की खेती में ₹62,400 की लागत आती है, जिसके बदले किसानों को ₹31,200 का अनुदान प्रदान किया जाएगा।
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