इस बार राज्य के दो नए सरकारी मेडिकल कॉलेज—सारण और समस्तीपुर—में पढ़ाई शुरू होने की प्रबल संभावना है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, सारण मेडिकल कॉलेज में 100 सीटों पर नामांकन की प्रक्रिया के लिए जरूरी कागजात तैयार कर लिए गए हैं, वहीं राज्य सरकार जल्द ही दोनों कॉलेजों के लिए एनएमसी (नेशनल मेडिकल कमीशन) को औपचारिक पत्र भेजने की तैयारी कर रही है। यदि यह प्रस्ताव स्वीकृत हो जाता है, तो यह बिहार के चिकित्सा क्षेत्र के लिए एक ऐतिहासिक कदम साबित होगा।
काउंसलिंग प्रक्रिया जल्द
नीट यूजी 2025 के नतीजों के बाद अब जल्द ही मेडिकल काउंसलिंग की प्रक्रिया शुरू होगी। काउंसलिंग दो स्तरों पर होगी—15% सीटों पर ऑल इंडिया कोटा के तहत और 85% सीटों पर स्टेट कोटा के अंतर्गत। ऑल इंडिया कोटे की काउंसलिंग एमसीसी (मेडिकल काउंसलिंग कमिटी) द्वारा की जाएगी जबकि राज्य कोटे की काउंसलिंग बिहार संयुक्त प्रवेश प्रतियोगिता परीक्षा बोर्ड (BCECEB) के जरिए कराई जाएगी।
सरकारी मेडिकल कॉलेजों में सीटों की वर्तमान स्थिति:
वर्तमान में बिहार में 13 सरकारी मेडिकल कॉलेज एमबीबीएस की पढ़ाई के लिए उपलब्ध हैं। इनमें प्रमुख संस्थान हैं—पटना मेडिकल कॉलेज (200 सीटें), एनएमसी पटना (150), आईजीआईएमएस पटना (120), भागलपुर, गया, मुजफ्फरपुर, बेतिया, लहेरियासराय और पावापुरी जैसे मेडिकल कॉलेज, जिनमें प्रत्येक में 120 सीटें उपलब्ध हैं। इसके अतिरिक्त मधेपुरा, बिहटा और पूर्णिया में 100-100 सीटों वाले मेडिकल कॉलेज भी शामिल हैं।
वहीं दंत चिकित्सा की बात करें तो पटना डेंटल कॉलेज में 40 और रहुई डेंटल कॉलेज, नालंदा में 100 बीडीएस सीटें हैं। इस प्रकार वर्तमान में राज्य में कुल 1490 एमबीबीएस और 140 बीडीएस, यानी कुल 1630 सरकारी मेडिकल सीटें उपलब्ध हैं।
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