8वें वेतन आयोग में देरी को लेकर बढ़ी चिंता
BPS के महासचिव एस.सी. माहेश्वरी द्वारा वित्त मंत्री और कार्मिक एवं प्रशिक्षण विभाग (DoPT) के सचिव को भेजे गए पत्र में इस बात पर जोर दिया गया है कि सरकार ने जनवरी 2025 से 8वें वेतन आयोग के गठन की घोषणा तो कर दी थी, लेकिन उसके बाद से कोई ठोस प्रगति नहीं हुई है। आयोग के Terms of Reference (ToR) अब तक तय नहीं हुए हैं और न ही इसके अध्यक्ष या सदस्यों की घोषणा की गई है।
यह देरी न केवल कर्मचारियों और पेंशनरों में असमंजस की स्थिति पैदा कर रही है, बल्कि इससे सोशल मीडिया पर भ्रामक जानकारी और अफवाहों का दौर भी शुरू हो गया है, जिससे पेंशनरों का मनोबल गिर रहा है। इसलिए सरकार इस विषय पर जल्द कदम बढ़ाए।
BPS की सरकार से 3 प्रमुख मांगें
1 .आयोग के ToR को शीघ्र अंतिम रूप दिया जाए
आयोग के कार्यक्षेत्र और दायरे को स्पष्ट करना आवश्यक है ताकि वह तय मापदंडों के आधार पर वेतन और पेंशन में सुधार का खाका तैयार कर सके।
2 .आयोग के अध्यक्ष और सदस्यों की तत्काल नियुक्ति की जाए
बिना नेतृत्व के आयोग की प्रक्रिया ठप है। अध्यक्ष और अन्य सदस्यों की नियुक्ति से आयोग सक्रिय रूप से कार्य शुरू कर सकेगा।
3 .पेंशनरों का आयोग में प्रतिनिधित्व सुनिश्चित किया जाए
पेंशनभोगियों के मुद्दे अलग और विशिष्ट होते हैं, इसलिए उनकी समस्याओं की आवाज को आयोग में स्थान मिलना जरूरी है।
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