यूपी में कैसे बनते हैं पंचायत सचिव, जानिए कितनी मिलती है सैलरी

लखनऊ। उत्तर प्रदेश में ग्रामीण विकास व्यवस्था की रीढ़ माने जाने वाले पंचायत सचिव पद के लिए युवाओं में खासा उत्साह देखा जाता है। उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (UPSSSC) इस पद के लिए हर साल बड़ी संख्या में भर्तियां करता है। इच्छुक उम्मीदवारों को इस पद के लिए एक निर्धारित चयन प्रक्रिया से गुजरना होता है। आइए जानते हैं कि यूपी में पंचायत सचिव बनने की प्रक्रिया क्या है, कितनी योग्यता चाहिए और वेतन कितना मिलता है।

योग्यता और आयु सीमा

पंचायत सचिव पद के लिए आवेदन करने वाले उम्मीदवार का स्नातक (Graduation) उत्तीर्ण होना आवश्यक है। उम्मीदवार की आयु 18 से 40 वर्ष के बीच होनी चाहिए। आरक्षित वर्गों को राज्य सरकार की नीति के अनुसार आयु में छूट दी जाती है।

चयन प्रक्रिया तीन चरणों में होती है

1. प्रारंभिक पात्रता परीक्षा (PET):

UPSSSC द्वारा आयोजित की जाने वाली यह परीक्षा पंचायत सचिव समेत विभिन्न पदों के लिए पहली सीढ़ी होती है। PET में प्राप्त अंकों के आधार पर ही उम्मीदवारों को मुख्य परीक्षा में बुलाया जाता है।

2. मुख्य परीक्षा (Mains):

PET में चयनित उम्मीदवारों को पंचायत सचिव पद के लिए विषय आधारित मुख्य परीक्षा देनी होती है। इसमें सामान्य ज्ञान, प्रशासनिक योग्यता और पंचायत प्रणाली से जुड़े प्रश्न पूछे जाते हैं।

3. दस्तावेज़ सत्यापन और मेरिट सूची:

मुख्य परीक्षा में सफल अभ्यर्थियों के दस्तावेजों का सत्यापन किया जाता है। इसके बाद आयोग द्वारा अंतिम मेरिट सूची जारी की जाती है।

कितना मिलता है वेतन?

पंचायत सचिव पद का वेतन पे लेवल-2 के अनुसार होता है, जिसकी प्रारंभिक सैलरी ₹19,900 प्रतिमाह से शुरू होती है। यह वेतनमान ₹63,200 तक जा सकता है। इसके अतिरिक्त, अन्य सरकारी भत्ते भी दिए जाते हैं, जैसे महंगाई भत्ता, यात्रा भत्ता आदि।

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