बढ़ी हुई नमी और हवाओं का मिलन
राज्य में मानसून के प्रवेश के साथ ही वातावरण में काफी बदलाव देखा जा रहा है। वायुमंडल में बढ़ी हुई नमी, निम्न स्तर पर पूर्व-पश्चिम दिशा की हवाओं का मिलन और दिन के समय उच्च तापमान — ये सभी कारक मिलकर तेज़ मेघगर्जन, आंधी और वज्रपात की स्थिति बना रहे हैं। इसके चलते आने वाले दिनों में मौसम अधिक अस्थिर और उथल-पुथल भरा रह सकता है।
आंधी-तूफान और वज्रपात की चेतावनी
मौसम विभाग ने विशेष रूप से सीमांचल क्षेत्र के अररिया, किशनगंज और पूर्णिया जिलों के लिए चेतावनी जारी की है। इन जिलों में भारी बारिश के साथ तेज़ हवाओं और वज्रपात की प्रबल संभावना है। स्थानीय प्रशासन और नागरिकों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है।
सुरक्षा के सुझाव:
पेड़ों के नीचे शरण लेने से बचें।
बिजली चमकने या गरज के दौरान खुले में न निकलें।
मोबाइल या इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों का प्रयोग गरज के समय न करें।
खेतों या खुले मैदानों में कार्य कर रहे लोग तुरंत सुरक्षित स्थानों की ओर रुख करें।
क्या कहता है पूर्वानुमान?
मौसम विभाग के अनुसार, दक्षिण-पश्चिम मानसून के प्रभाव से अगले चार से पांच दिनों में राज्य में बारिश की तीव्रता बढ़ेगी। इससे गर्मी और उमस से राहत मिलेगी, लेकिन साथ ही वज्रपात और आंधी की घटनाओं में भी बढ़ोतरी हो सकती है।
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