मध्य विद्यालयों से कंप्यूटर शिक्षा की शुरुआत
शिक्षा विभाग के प्रस्ताव को वित्त विभाग से स्वीकृति मिलने के बाद 31,297 सरकारी मध्य विद्यालयों में कंप्यूटर की कक्षाएं शुरू की जाएंगी। इसके लिए विद्यालयों में स्मार्ट क्लास और कंप्यूटर लैब की स्थापना की जाएगी। कक्षा छठी, सातवीं और आठवीं के छात्रों को कंप्यूटर विषय पढ़ाया जाएगा, जो अब एक औपचारिक पाठ्यक्रम का हिस्सा होगा। छात्रों को माइक्रोसॉफ्ट वर्ड, एमएस ऑफिस, एक्सेल, पावरप्वाइंट जैसे जरूरी सॉफ्टवेयरों की जानकारी दी जाएगी।
दूसरा चरण: प्राथमिक विद्यालयों में भी कंप्यूटर शिक्षा
पहले चरण की सफलता के बाद, दूसरे चरण में यह योजना 40,566 प्राथमिक विद्यालयों में लागू की जाएगी। कक्षा तीसरी, चौथी और पाँचवीं के विद्यार्थियों को बेसिक कंप्यूटर ज्ञान से जोड़ा जाएगा। इस स्तर पर बच्चों को कंप्यूटर के मूल तत्व, टाइपिंग, स्क्रीन के कार्य, आइकन, माउस-कीबोर्ड के प्रयोग जैसे विषयों पर आधारित सरल व चित्रात्मक पुस्तकें उपलब्ध कराई जाएंगी।
शिक्षा विभाग के नीति निर्माण और भविष्य की योजना
इस योजना की नींव डॉ. एस. सिद्धार्थ (अपर मुख्य सचिव, शिक्षा विभाग) द्वारा दिसंबर 2024 में रखी गई थी। उन्होंने प्राथमिक शिक्षा निदेशालय को निर्देश दिया था कि वह कंप्यूटर शिक्षा के लिए विस्तृत प्रस्ताव तैयार करे। इसे बिहार विधानसभा के बजट सत्र 2025 में भी पेश किया गया, जिसके बाद इसे शिक्षा विभाग के बजट में शामिल किया गया।
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