जानिए भारतीय वायुसेना के मिराज-2000 विमान की खासियत

साइंस डेस्क: जब भारतीय वायुसेना के 12 मिराज-2000 विमानों के समूह ने जैश के कैंप पर 1000 किलग्राम के बम गिराया था तब से लोगों के अंदर इस विमान के बारे में जानने की उत्सुकता बढ़ गयी हैं। आज इसी विषय में जानने की कोशिश करेंगे मिराज-2000 विमान की खासियत के बारे में की क्यों इस विमान को दुनिया का सबसे खतरनाक फाइटर विमान माना जाता हैं। तो आइये इसके बारे में जानते हैं विस्तार से। 
आपको सबसे पहले ये बता दें की मिराज-2000 विमान फ्रांस की कंपनी डसाल्ट एविएशन द्वारा बनाया गया है। यह वही कंपनी है जिसने राफेल को बनाया है जिसे बहुत जल्द भारतीय वायुसेना में शामिल किया जायेगा। 

मिराज-2000 चौथी जेनरेशन का मल्टीरोल, सिंगल इंजन लड़ाकू विमान है। इसकी पहली उड़ान साल 1970 में आयोजित की गई थी। यह फाइटर प्लेन अभी लगभग नौ देशो में अपनी सेवाएं दे रहा है। भारतीय वायुसेना के पास मिराज-2000 विमान सबसे उपयोगी फाइटर विमान हैं। इतना ही नहीं भारतीय वायु सेना द्वारा संचालित लगभग 51 मिराज 2000 विमानों के एक बेड़े को उन्नत करने के लिए फ्रांस से 1.9 बिलियन डालर का समझौता किया गया है।  

मिराज 2000 में उन्नत एवियोनिक्स, आरडीवाई रडार और कंट्रोल सिस्टम का उपयोग किया गया हैं। यह विमान हवा से जमीन और हवा से हवा में भी मार करने में माहिर है। यह पारंपरिक और लेजर गाइडेड बम को भी गिराने में भी सक्षम है।  

मिराज 2000 सिंगल-सीटर या टू-सीटर फाइटर के रूप में उपलब्ध है। इस विमान के कॉकपिट में नियंत्रण के लिए थ्रोटल और स्टिक का प्रयोग किया जाता है। मिराज 2000 में थेल्स वीईएच 3020 हेड-अप डिस्प्ले और पांच कैथोड रे ट्यूब मल्टीफ़ंक्शन एडवांस्ड पायलट सिस्टम इंटरफ़ेस डिस्प्ले लगे हुए हैं।

मिराज 2000 में हथियारों को ले जाने के लिए नौ हार्डपॉइंट दिए गए हैं। सिंगल-सीट संस्करण भी दो आंतरिक हैवी फायरिंग करने वाली 30 मिमी बंदूखों से लैस है। हवा से हवा में मार करने वाले हथियारों में MICA मल्टीगेट एयर-टू-एयर इंटरसेप्ट और कॉम्बैट मिसाइलें शामिल है। इसके अलावा भी यह कई प्रकार के हथियार ले जाने में सक्षम है। अभी भारत के पास जितने भी फाइटर प्लेन हैं उन सभी प्लेन में मिराज 2000 की स्पीड सबसे तेज हैं। 

0 comments:

Post a Comment