मिसाइल हमले रोकने वाले 4 बेस्ट डिफेंस सिस्टम, 1 भारत के पास!

नई दिल्ली: दुनिया में बदलते सुरक्षा हालातों के बीच हर देश अपनी वायु रक्षा प्रणाली को मजबूत बनाने में जुटा है। मिसाइल हमलों का खतरा अब सिर्फ युद्ध क्षेत्रों तक सीमित नहीं रहा, बल्कि यह वैश्विक सुरक्षा के लिए एक बड़ा मुद्दा बन चुका है। ऐसे में एयर डिफेंस सिस्टम किसी भी देश के लिए पहली और सबसे महत्वपूर्ण रक्षा पंक्ति बन चुके हैं। आइए जानते हैं दुनिया के 4 सबसे बेहतरीन मिसाइल डिफेंस सिस्टम के बारे में, जिनमें से एक भारत के पास भी है।

1. S-400 ट्रायम्फ – रूस का दमदार डिफेंस सिस्टम (अब भारत के पास भी)

S-400 ट्रायम्फ रूस द्वारा विकसित किया गया एक अत्याधुनिक लंबी दूरी का वायु रक्षा मिसाइल सिस्टम है। यह सिस्टम एक साथ कई लक्ष्यों को पहचान कर उन्हें मार गिराने की क्षमता रखता है। यह लड़ाकू विमान, क्रूज मिसाइल और यहां तक कि बैलिस्टिक मिसाइलों को भी नष्ट करने में सक्षम है। भारत ने रूस से S-400 डिफेंस सिस्टम खरीदा है और इसे अपनी वायु सेना में शामिल करके अपनी मिसाइल डिफेंस क्षमता को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया है।

2. पैट्रियट (MIM-104) – अमेरिका की भरोसेमंद मिसाइल रक्षा प्रणाली

पैट्रियट मिसाइल डिफेंस सिस्टम अमेरिका द्वारा विकसित एक बहुउद्देश्यीय वायु रक्षा प्रणाली है। यह क्रूज मिसाइल, टैक्टिकल बैलिस्टिक मिसाइल और एडवांस्ड फाइटर जेट्स को रोकने में सक्षम है। यह हर मौसम में और किसी भी ऊंचाई पर काम कर सकता है। इसका उपयोग न केवल अमेरिका, बल्कि कई नाटो सहयोगी देशों द्वारा भी किया जाता है।

3. THAAD– अमेरिका की हाई-एल्टीट्यूड सुरक्षा कवच

THAAD एक एडवांस्ड मिसाइल डिफेंस सिस्टम है जो विशेष रूप से मध्यम दूरी की बैलिस्टिक मिसाइलों को टर्मिनल फेज (अंतिम चरण) में नष्ट करने के लिए डिज़ाइन किया गया है। यह मिसाइल को अंतरिक्ष की ऊंचाई तक ट्रैक और इंटरसेप्ट कर सकता है। इसकी रेंज और एक्यूरेसी इसे बेहद खतरनाक हमलों से निपटने के लिए प्रभावशाली बनाती है।

4. डेविड स्लिंग – इजरायल की स्मार्ट सुरक्षा प्रणाली

डेविड स्लिंग (David’s Sling) इजरायल की एक उच्च-प्रदर्शन वायु रक्षा प्रणाली है, जिसे विशेष रूप से लंबी दूरी की मिसाइलों और विमानों से सुरक्षा के लिए विकसित किया गया है। इसे इजरायल और अमेरिका ने मिलकर विकसित किया है। यह सिस्टम अब पुराने MIM-23 हॉक और MIM-104 पैट्रियट को रिप्लेस कर रहा है।

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