बवासीर का काल है ये सब्जी, सेवन से मिलती है राहत

हेल्थ डेस्क। बवासीर (पाइल्स) एक बेहद तकलीफदेह और आम समस्या है, जिससे लाखों लोग परेशान रहते हैं। दर्द, जलन और खून आने जैसी शिकायतों से निजात पाने के लिए जहां लोग दवाओं और ऑपरेशन का सहारा लेते हैं, वहीं एक देसी सब्जी सूरन (जिमीकंद) इस बीमारी के लिए रामबाण साबित हो सकती है। आयुर्वेद और परंपरागत चिकित्सा में सूरन को बवासीर के इलाज में उपयोगी माना गया है, खासकर पुरानी बवासीर के मामलों में इसका असर बहुत प्रभावी होता है।

क्या है सूरन?

सूरन को हिंदी में जिमीकंद और अंग्रेज़ी में Elephant Foot Yam कहा जाता है। यह एक प्रकार की जड़ वाली सब्जी है, जो स्वाद और पोषण दोनों में भरपूर होती है। इसे कई जगहों पर औषधीय सब्जी के रूप में जाना जाता है। इससे कई तरह की परेशानियां दूर होती हैं।

क्यों फायदेमंद है सूरन बवासीर के लिए?

फाइबर से भरपूर: सूरन में फाइबर और रफेज की भरपूर मात्रा होती है, जो पाचन तंत्र को सक्रिय करता है और कब्ज को दूर करता है। बवासीर की जड़ में अक्सर कब्ज ही होती है, इसलिए इसका सेवन बेहद लाभकारी है।

मल को बनाता है नरम: सूरन का नियमित सेवन मल को सॉफ्ट करता है, जिससे टॉयलेट के दौरान दर्द और खून आने की समस्या से राहत मिलती है।

एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण: सूरन में मौजूद प्राकृतिक एंटी-इंफ्लेमेटरी तत्व सूजन को कम करते हैं, जिससे बवासीर के मस्सों में राहत मिलती है।

पोषक तत्वों से भरपूर: यह सब्जी कैल्शियम, पोटेशियम, मैग्नीशियम, आयरन और विटामिन C जैसे जरूरी पोषक तत्वों से भरपूर होती है, जो शरीर की इम्युनिटी को मजबूत करते हैं और आंतरिक सफाई में मदद करते हैं।

कैसे करें सेवन?

सूरन को उबालकर या भूनकर इसकी सब्जी बनाकर खाएं। इसे घी या सरसों तेल में हल्के मसालों के साथ पकाना बेहतर होता है। कुछ लोग इसे सुखाकर पाउडर के रूप में भी इस्तेमाल करते हैं, जो पानी या छाछ में मिलाकर लिया जा सकता है।

0 comments:

Post a Comment