भारत की 'A2A' मिसाइलें बनीं दुश्मनों का काल

नई दिल्ली। भारत की वायु शक्ति अब सिर्फ तेजस, राफेल या सुखोई तक सीमित नहीं रही, बल्कि अब उसके पास हैं ऐसी घातक A2A (Air-to-Air) मिसाइलें, जो दुश्मन को आसमान में ही नेस्तनाबूद कर सकती हैं। चीन और पाकिस्तान की हरकतों के बीच भारत ने अपने मिसाइल जखीरे को तेजी से आधुनिक बनाया है। आज भारत के पास चार ऐसी प्रमुख A2A मिसाइलें हैं, जो न सिर्फ स्वदेशी तकनीक का दम भरती हैं, बल्कि दुनिया की सबसे घातक मिसाइलों को टक्कर देने में सक्षम हैं।

1. अस्त्र मिसाइल – भारत का गर्व, दुश्मनों का सर्वनाश

DRDO द्वारा विकसित की गई अस्त्र मिसाइल भारत की पहली स्वदेशी BVRAAM (Beyond Visual Range Air-to-Air Missile) है। 4.5 मैक की रफ्तार से उड़ने वाली यह मिसाइल 80 से 110 किलोमीटर तक दुश्मन को सटीक तरीके से मार गिरा सकती है। इसे सुखोई-30 MKI, मिराज 2000, और तेजस जैसे आधुनिक फाइटर जेट्स पर तैनात किया गया है। अब इसका और भी एडवांस वर्जन – अस्त्र Mk-III (गांडीव) तैयार हो रहा है, जिसकी रेंज होगी 300 किमी तक। यह भारत को हवा में वर्चस्व की नई ऊंचाइयों पर ले जाएगा।

2. डर्बी ER – इजरायली तकनीक से तेजस को नई धार

भारत की स्वदेशी तेजस विमान पर तैनात डर्बी ER (Extended Range) एक और ताकतवर मिसाइल है। इजरायल द्वारा विकसित यह मिसाइल 100 किमी तक की रेंज रखती है और दुश्मन को रडार-गाइडेंस के जरिए ढूंढकर खत्म कर देती है। हवा में युद्ध की रणनीति में यह मिसाइल भारत को बड़ी बढ़त देती है।

3. MBDA Meteor – राफेल की सबसे बड़ी ताकत

फ्रांसीसी राफेल विमानों की असली जान है MBDA Meteor मिसाइल। रैमजेट इंजन से लैस यह मिसाइल 200 किमी से ज्यादा की रेंज में भी लक्ष्य पर अचूक वार करने में सक्षम है। यह दुनिया की सबसे एडवांस BVRAAM मिसाइलों में गिनी जाती है और लंबी दूरी के एयर कॉम्बैट में भारत को अजेय बनाती है।

4. नोवाटोर KS-172 – 400 किमी की रेंज वाली हवा से हवा में मार

रूस द्वारा विकसित KS-172 मिसाइल भारतीय वायुसेना के जखीरे में सीमित मात्रा में शामिल है, लेकिन इसकी खासियत है इसकी 400 किमी की घातक रेंज। यह मिसाइल दुश्मन के AWACS जैसे हाइ-वैल्यू टारगेट को दूर से ही ध्वस्त करने में सक्षम है।

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