शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव (ACS) डॉ. एस. सिद्धार्थ ने जानकारी दी कि 20 जून से शिक्षकों को ट्रांसफर लेटर मिलना शुरू हो जाएगा। यह लेटर ई-शिक्षा कोष पोर्टल और मोबाइल एप के माध्यम से उपलब्ध होगा। शिक्षक अपने नए स्कूल की जानकारी भी इसी पोर्टल पर देख सकेंगे।
बिना कार्यालय जाए मिलेगा ट्रांसफर लेटर
डॉ. सिद्धार्थ ने बताया कि इस बार की ट्रांसफर प्रक्रिया में पूरी पारदर्शिता बरती जा रही है। ट्रांसफर से जुड़ी सभी जानकारियां ऑनलाइन उपलब्ध कराई जा रही हैं। अब शिक्षकों को डीईओ (जिला शिक्षा पदाधिकारी) कार्यालय के चक्कर लगाने की जरूरत नहीं होगी। ट्रांसफर लेटर डाउनलोड करने के बाद शिक्षक 23 जून से 30 जून के बीच अपने नए स्कूल में योगदान देंगे।
डीईओ को सौंपी गई जिम्मेदारी
ट्रांसफर प्रक्रिया को सुचारू रूप से संपन्न कराने के लिए जिलों के डीईओ को जिम्मेदारी दी गई है। उन्हें यह सुनिश्चित करना होगा कि सभी शिक्षक तय समय सीमा के अंदर नए स्कूल में योगदान करें। इसके लिए निर्देश भी जारी कर दिए गए हैं।
भ्रष्टाचार रोकने के लिए डिजिटल प्रक्रिया
शिक्षा विभाग का यह कदम भ्रष्टाचार और बिचौलियों की भूमिका को खत्म करने की दिशा में एक बड़ा प्रयास माना जा रहा है। ट्रांसफर प्रक्रिया के तहत आवेदन, दस्तावेज सत्यापन, वरीयता सूची तैयार करना और स्कूल आवंटन – सभी कार्य पूरी तरह ऑनलाइन पोर्टल के माध्यम से किए गए हैं।
क्या है ई-शिक्षा कोष पोर्टल?
‘ई-शिक्षा कोष’ शिक्षा विभाग का एक डिजिटल प्लेटफॉर्म है, जो शिक्षकों के तबादले सहित अन्य महत्वपूर्ण कार्यों के लिए बनाया गया है। इस पोर्टल पर शिक्षक लॉगिन कर अपनी ट्रांसफर स्थिति, आवंटित स्कूल और अन्य संबंधित सूचनाएं देख सकते हैं।
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