1. ॐ हं हनुमते नमः
यह बीज मंत्र हनुमान जी की ऊर्जा को आकर्षित करता है। संकटों से रक्षा और आत्मबल की प्राप्ति के लिए इसे 108 बार जपना शुभ होता है।
2. ॐ नमो भगवते आंजनेयाय महाबलाय स्वाहा
यह मंत्र हनुमान जी के अद्वितीय बल और भक्ति की उपासना का प्रतीक है। इसका जाप मानसिक तनाव को कम करता है और भय से मुक्ति दिलाता है।
3. ॐ हं हनुमते रुद्रात्मकाय हुं फट्
इस मंत्र में हनुमान जी को रुद्र (शिव) के अंशस्वरूप माना गया है। इसे जपने से बुरी शक्तियों और नकारात्मक ऊर्जा का नाश होता है।
4. मनोजवं मारुततुल्यवेगं, जितेन्द्रियं बुद्धिमतां वरिष्ठ।
यह श्लोक हनुमान जी की बुद्धि, बल और गति का वर्णन करता है। इसका पाठ विद्यार्थियों और कार्यक्षेत्र में सफलता चाहने वालों के लिए अत्यंत लाभकारी है।
5. वातात्मजं वानरयूथमुख्यं, श्रीरामदूतं शरणं प्रपद्ये।
इस मंत्र में भक्त श्रीराम के दूत हनुमान जी की शरण में जाने की प्रार्थना करते हैं। यह मंत्र मन को शांति और संकल्प को दृढ़ता प्रदान करता है।
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