भारत समेत इन 6 देशों के पास है परमाणु सबमरीन की ताकत

नई दिल्ली। परमाणु सबमरीन यानी न्यूक्लियर पावर्ड सबमरीन किसी भी देश की नौसैनिक शक्ति का सबसे गोपनीय और खतरनाक हथियार मानी जाती है। ये पनडुब्बियां लंबे समय तक समंदर में छिपकर दुश्मन पर हमला करने की क्षमता रखती हैं। पूरी दुनिया में सिर्फ कुछ ही देश ऐसे हैं जो इस तकनीक में पारंगत हैं। भारत उन चुनिंदा देशों में से एक है।

परमाणु सबमरीन क्या होती है?

परमाणु सबमरीन एक प्रकार की पनडुब्बी होती है जो परमाणु रिएक्टर से चलती है। इसकी खासियत यह है कि यह पारंपरिक डीज़ल-इलेक्ट्रिक सबमरीन की तुलना में कहीं ज्यादा समय तक पानी के भीतर रह सकती है और इसकी मारक क्षमता भी अधिक होती है।

6 देश जिनके पास है परमाणु सबमरीन की ताकत

1. संयुक्त राज्य अमेरिका (USA)

अमेरिका परमाणु सबमरीन तकनीक में सबसे आगे है। उसके पास 60 से अधिक परमाणु पनडुब्बियां हैं जिनमें से कई पर ट्राइडेंट मिसाइलें तैनात हैं। अमेरिका की "ओहायो क्लास" सबमरीन दुनिया की सबसे खतरनाक परमाणु पनडुब्बियों में गिनी जाती है।

2. रूस

रूस के पास भी अमेरिका के बराबरी की क्षमता वाले समरीन है। उसकी "बोरेई क्लास" और "अकुला क्लास" परमाणु पनडुब्बियां बेहद एडवांस तकनीक से लैस हैं। रूस की नौसेना में परमाणु पनडुब्बी एक रणनीतिक हथियार के रूप में काम करती है।

3. चीन

चीन लगातार अपनी नौसैनिक क्षमता को बढ़ा रहा है। उसके पास "टाइप 094" जैसी परमाणु सबमरीन हैं, जो बैलिस्टिक मिसाइलों से लैस हैं। चीन हिंद महासागर में भी अपनी उपस्थिति बढ़ा रहा है, जो भारत के लिए एक रणनीतिक चुनौती है।

4. फ्रांस

फ्रांस के पास आधुनिक परमाणु पनडुब्बी बेड़ा है, जिसमें "ट्रायमफैंट क्लास" की सबमरीनें शामिल हैं। ये सबमरीन फ्रांस की न्युक्लियर डिटेरेंस पॉलिसी का हिस्सा हैं और अटलांटिक महासागर में तैनात रहती हैं।

5. ब्रिटेन

ब्रिटेन के पास "वैंगार्ड क्लास" की परमाणु सबमरीन हैं, जो ट्राइडेंट मिसाइलें लेकर चलती हैं। ये सबमरीन देश की रक्षा नीति का एक महत्वपूर्ण स्तंभ हैं और ब्रिटेन की न्युक्लियर ट्रायड का हिस्सा हैं।

6. भारत

भारत ने अपनी पहली स्वदेशी परमाणु पनडुब्बी INS अरिहंत और INS अरिघाट परमाणु समरीन हैं। भारत की ये सबमरीनें "न्यूक्लियर ट्रायड" को पूरा करती हैं – यानी थल, जल और वायु तीनों से परमाणु हमले की क्षमता प्रदान करती हैं।

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